शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के वरिष्ठ नेता सुधार लहर परमिंदर सिंह ढींडसा ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सभी सदस्यों से 28 अक्टूबर को अमृतसर में होने वाले एसजीपीसी के अध्यक्ष पद के चुनाव में अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट डालने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि एसजीपीसी के सदस्य किसी भी उम्मीदवार को वोट देने के लिए स्वतंत्र हैं।
शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर ने अध्यक्ष पद के लिए शिरोमणि अकाली दल की पूर्व अध्यक्ष बीबी जागीर कौर को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, सुखबीर सिंह बादल की अगुआई वाली शिरोमणि अकाली दल ने अभी तक एसजीपीसी अध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है।
पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने कहा कि शिअद सुधार लहर का मुख्य उद्देश्य सिख संस्थाओं को मजबूत करना है। हालांकि, शिअद नेतृत्व ने शिअद के वरिष्ठ नेता विरसा सिंह वल्टोहा को 10 साल तक पार्टी से न निकालकर श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश का उल्लंघन किया है।
ढींडसा ने कहा कि एसजीपीसी के अध्यक्ष का चुनाव शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर और शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशियों के बीच नहीं है, बल्कि यह शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर जैसी पंथ समर्थक ताकतों और सिख पंथ और संस्थाओं को नुकसान पहुंचाने वाली ताकतों के बीच है। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल सुधार लहर का एजेंडा एसजीपीसी को बचाना और अकाल तख्त की सर्वोच्चता को बनाए रखना है।
राज्य में धीमी गति से चल रही धान खरीद के बारे में बोलते हुए ढींडसा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने इस समस्या का राजनीतिकरण कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकारें एक-दूसरे पर आरोप लगा रही हैं, लेकिन वे समस्या के समाधान के लिए अपनी-अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही हैं। उन्होंने दोनों सरकारों से धान खरीद की समस्याओं का राजनीतिकरण बंद करने और किसानों की समस्या के समाधान के लिए मिलकर काम करने की अपील की।