नई दिल्ली, 19 नवंबर । दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद हर्ष मल्होत्रा के नेतृत्व में आनंद विहार इलाके में पार्टी कार्यकर्ताओं ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में ‘सांसों का आपातकाल’, ‘दिल्ली बनी गैस चैंबर’ जैसे तख्तियां लेकर ‘शर्म करो केजरीवाल’ जैसे नारे भी लगाए।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, “आज की तारीख में दिल्ली में चौतरफा प्रदूषण का कहर देखने को मिल रहा है। इसके लिए अगर कोई जिम्मेदार है, तो वो दिल्ली सरकार का 10 साल का शासनकाल है। दिल्ली सरकार ने आज तक प्रदूषण को कम करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। यह उसी का नतीजा है कि आज की तारीख में दिल्ली में सांसों का आपातकाल घोषित हो चुका है।”
उन्होंने कहा, “इस सरकार ने दिल्ली को बद से बदतर कर दिया है। हमारे द्वारा लगाया गया मास्क इस बात का सूचक है कि अगर समय रहते हुए आम आदमी पार्टी को सत्ता से बेदखल नहीं किया गया, तो दिल्ली में हर व्यक्ति को मास्क पहनने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।”
उन्होंने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ” आप लोग टूटी-फूटी सड़कों की मरम्मत नहीं करते हैं। आप खुद प्रदूषण को कम करने के लिए कुछ नहीं करते हैं और पूरा दोष केंद्र सरकार को देते हैं। केंद्र सरकार ने तो अपने कार्यकाल में कई ऐसे प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने का काम किया है, जिससे आज दिल्ली में वाहनों का भार कम हुआ है। अगर इन प्रोजेक्ट्स को जमीन पर न उतारा जाता, तो मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि केजरीवाल आप मुंह दिखाने के लायक नहीं रहते।”
उन्होंने आगे कहा, “आप मौजूदा परिस्थिति की गंभीरता का अंदाजा महज इसी से लगा सकते हैं कि सुप्रीम कोर्ट को दिल्ली सरकार को फटकार लगाकर यह कहना पड़ रहा है कि आप (दिल्ली सरकार) हमसे बिना पूछे ग्रैप-4 नहीं हटाएंगे। दिल्ली में सांसों का आपातकाल है और निसंदेह इसके लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। आम आदमी पार्टी शासित राज्य पंजाब में पराली जलाई जा रही है। लेकिन, अरविंद केजरीवाल कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। इसका खामियाजा दिल्ली की जनता को भुगतना पड़ रहा है।”
वहीं प्रदर्शन में शामिल भाजपा नेता हर्ष मल्होत्रा ने भी प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “दिल्ली सरकार बार-बार केंद्र सरकार पर निशाना साध रही है। लेकिन, मैं एक बात कहना चाहता हूं कि दिल्ली के चारों तरफ ईस्टर्न-वेस्टर्न पेरिफेरल वे बनाया गया। यह इसलिए बनाया गया, ताकि दिल्ली के अंदर से जो 4 हजार वाहन यूपी से हरियाणा जाने के लिए गुजरते थे। अब उनको वहां जाने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार ने इतना बड़ा काम किया है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं दिल्ली सरकार से यह पूछना चाहता हूं कि केजरीवाल सरकार ने 1 हजार करोड़ रुपए एनवायरमेंटल सेस के रूप में वसूला। उसका हिसाब दिया जाए, ताकि जनता के बीच में स्थिति स्पष्ट हो सके कि उसे कहां खर्च किया जाए। मैं आपको बताता हूं कि यह एक हजार करोड़ रुपए केजरीवाल सरकार ने खंभों पर उन पोस्टर्स को लगाने में खर्च किया है, जिसमें लिखा हुआ था कि हम दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे। कुल मिलाकर यह एक हजार करोड़ रुपए भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। दिल्ली सरकार को प्रदूषण को लेकर गंभीर कदम उठाने होंगे, नहीं तो दिल्ली की जनता को यह मास्क पहनना होगा।