उत्तर प्रदेश के शामली से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सनकी पति ने पारिवारिक विवाद के चलते अपनी पत्नी और दो मासूम बेटियों की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने तीनों के शव घर के आंगन में बने शौचालय के लिए खोदे गए करीब 9 फीट गहरे गड्ढे में दबाकर ऊपर से मिट्टी डाल दी और ईंटों का फर्श बिछा दिया, ताकि किसी को शक न हो।
महिला के ससुर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। इसके बाद, पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो इस खौफनाक वारदात का खुलासा हुआ।
यह सनसनीखेज घटना जनपद शामली के थाना कांधला क्षेत्र के गांव गढ़ी दौलत की है। गांव निवासी फारुख शादी-विवाह में खाना बनाने का काम करता था। वह अपनी पत्नी ताहिरा (32) और पांच बच्चों के साथ रहता था। बच्चों में आफरीन (14), आसमीन (10), सहरीन (7), पुत्र बिलाल (9) और अरशद (5) शामिल हैं। फारुख का अपने माता-पिता दाउद और असगरी से काफी समय से विवाद चल रहा था, जिसके चलते वह उनसे अलग मकान में रह रहा था।
बताया जा रहा है कि बीते छह–सात दिनों से फारुख की पत्नी ताहिरा और दो बेटियां, आफरीन और सहरीन, घर से लापता थीं। जब फारुख के पिता दाउद ने इस बारे में उससे पूछा तो उसने बताया कि उसने पत्नी और बच्चियों को शामली में किराये के मकान में रखा है। बेटे की बातों से संतुष्ट न होने पर दाउद ने मंगलवार शाम पुलिस को सूचना दी और फारुख पर तीनों की हत्या का शक जताया।
सूचना मिलने पर पुलिस गांव पहुंची और फारुख को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान फारुख ने अपना जुर्म कबूल किया।
शामली एसपी एनपी सिंह के अनुसार, आरोपी ने बताया कि 10 दिसंबर की रात करीब 12 बजे किसी बात को लेकर पत्नी से उसका झगड़ा हुआ। इसी दौरान उसने रसोई में पत्नी ताहिरा को गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर बड़ी बेटी आफरीन वहां पहुंची तो उसे भी गोली मार दी गई। इसके बाद दूसरी बेटी सहरीन वहां आई, जिसे आरोपी ने गला दबाकर मार डाला। आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने शादी के बाद से ही पत्नी को पर्दे में रखा था। करीब एक माह पहले पत्नी बिना बुर्का पहने अपने मायके नरा, मुजफ्फरनगर चली गई थी, जिसे वह अपनी इज्जत से जोड़कर देख रहा था। इसी बात को लेकर उसके मन में गुस्सा था और इसी कारण उसने पत्नी की हत्या कर दी। पत्नी की हत्या के बाद पहचान उजागर होने के डर से उसने दोनों बेटियों को भी मार डाला।
हत्या के बाद आरोपी ने तीनों शवों को घर के आंगन में शौचालय के लिए बनाए गए करीब 9 फीट गहरे गड्ढे में डालकर मिट्टी से दबा दिया और ऊपर ईंटों का फर्श बनवा दिया। फारुख की निशानदेही पर पुलिस ने गड्ढे की खुदाई कराई, जहां से तीनों के शव बरामद किए गए। मौके पर एसपी, सीओ कैराना सहित भारी पुलिस बल मौजूद रहा।
आरोपी की मां असगरी ने बताया कि छह दिन पहले रात को सभी बच्चे एक ही कमरे में सोए थे। सुबह उठने पर उनकी बहू ताहिरा और दो बेटियां आफरीन व सहरीन घर में नहीं मिलीं। काफी दिनों तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली। इसके अलावा, तीन दिन पहले फारुख ने अपनी पत्नी के कपड़ों को आग लगा दी थी, जिसकी जानकारी बच्चों ने अपनी दादी को दी थी। इसके बाद से ही परिवार को फारुख पर शक होने लगा था।
पुलिस की पूछताछ में यह सामने आया कि आरोपी फारुख अपनी पत्नी के बुर्का न पहनने को लेकर बेहद नाराज था। फिलहाल पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी फारुख के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

