रांची, 5 मार्च। भाजपा के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने सोमवार को जो फैसला सुनाया है, उससे झारखंड के शिबू सोरेन परिवार की स्वार्थपूर्ति और पैसे की राजनीति का सच एक बार फिर उजागर हो गया है।
सोमवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि शिबू सोरेन के परिवार के लोगों ने एमएलए, एमपी बनकर पैसा लूटने का कोई अवसर नहीं छोड़ा है। यह परिवार पहले पैसा, जमीन, खान, खनिज लूटता है और फिर पकड़े जाने पर उसे वापस करने का नाटक करता है।
मरांडी ने मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली सात जजों की संविधान पीठ के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इस केस के शिकायतकर्ताओं में वे स्वयं शामिल रहे हैं।
झारखंड से जुड़ा यह मामला 2012 के राज्यसभा चुनाव से जुड़ा है, जिसमें झामुमो विधायक सीता सोरेन के ठिकानों से पैसे बरामद हुए थे। सीबीआई ने उन पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। सीता सोरेन ने अपने बचाव में हाईकोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट में रद्द होने के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और सोमवार को मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में गठित सात जजों की संविधान पीठ ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया।
मरांडी ने कहा कि यह फैसला कई मिथक को तोड़ने वाला है। चाहे सदन हो या कहीं और, यदि मामला आपराधिक है तो आपराधिक ही माना जायेगा। कोई पैसा लेकर सवाल पूछे या वोट दे, ये सभी अपराध हैं।