शिमला नगर निगम (एमसी) 20 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बकाया संपत्ति कर और लीज़ रेंट वसूलने के लिए संघर्ष कर रहा है। एमसी की मासिक सदन की बैठक में इस मामले को उठाते हुए, कंगनाधार के पार्षद ने आरोप लगाया कि एमसी बकाएदारों से बकाया राशि वसूलने के लिए गंभीर प्रयास नहीं कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया, “बकाया करने वालों में कई नामी लोग भी शामिल हैं, जिनमें से कुछ पर तो नगर निगम का 15 लाख रुपए तक बकाया है।” जवाब में नगर निगम के संयुक्त आयुक्त भुवन शर्मा ने कहा कि नगर निगम ने सरकारी एजेंसियों सहित सभी बकाएदारों को नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा, “अगर राशि का भुगतान नहीं किया जाता है तो नगर निगम सख्त कार्रवाई करेगा, जिसमें बिजली, पानी और सीवरेज कनेक्शन काटना भी शामिल है।”
पार्षदों ने मानसून के मौसम में जाम हो रही नालियों और सीवरेज व्यवस्था पर चिंता जताई। मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि जूनियर इंजीनियर नालियों और सीवरेज व्यवस्था का निरीक्षण कर समस्याओं की पहचान कर उन्हें ठीक करेंगे।
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