हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड पेंशनर्स फोरम, शिमला इकाई ने यहां आयोजित बैठक में 1 जनवरी 2016 के बाद सेवानिवृत्त हुए पेंशनर्स को अवकाश नकदीकरण, ग्रेच्युटी और अन्य लाभ न दिए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। नौ साल बीत जाने के बावजूद पेंशनर्स अभी भी बकाया राशि के भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। फोरम ने मांग की कि सरकार और बोर्ड प्रबंधन सभी आयु वर्ग के पेंशनर्स की सभी लंबित देनदारियों का तुरंत भुगतान करें।
मंच ने 75 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनभोगियों को किए गए भुगतान की सराहना की, लेकिन अन्य आयु समूहों को यह लाभ न देने के लिए बोर्ड की आलोचना की। मंच के महासचिव टीआर गुप्ता ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार विधायकों के वेतन और भत्ते मिनटों में बढ़ा सकती है, लेकिन पेंशनभोगियों को उनका उचित हक देने में संघर्ष करती दिख रही है।”
फोरम ने मेडिकल बिल भुगतान में देरी पर भी चिंता जताई और बोर्ड प्रबंधन से नियमित भुगतान करने का आग्रह किया। फोरम के सचिव चेत राम शर्मा ने कहा, “पेंशनभोगियों को अपने मेडिकल बिलों की प्रतिपूर्ति पाने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बोर्ड को इस मुद्दे को हल करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।”
फोरम ने बोर्ड से पेंशनभोगियों को बकाया राशि के बारे में भेजे गए एसएमएस नोटिफिकेशन में त्रुटियों को सुधारने का अनुरोध किया। फोरम के प्रेस सचिव अमर सिंह भलाइक ने कहा, “कई पेंशनभोगियों को उनके बकाया के बारे में गलत जानकारी मिली है, जिससे भ्रम और परेशानी बढ़ रही है। बोर्ड को इन त्रुटियों को तुरंत ठीक करने की जरूरत है।”