शिमला और उसके आस-पास के इलाकों में हल्की बर्फबारी हुई और यह इस मौसम की पहली बर्फबारी थी। कुफरी और नारकंडा में भी बर्फबारी हुई, जिससे पर्यटन स्थल और भी खूबसूरत हो गए। यह आतिथ्य उद्योग के लिए अच्छी खबर है, जो पर्यटकों की बढ़ती संख्या तथा अच्छे सीजन की उम्मीद कर रहे हैं।
बर्फबारी की खबर फैलते ही मैदानी इलाकों से पर्यटक शिमला की ओर उमड़ पड़े। कई स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां तक उन्हें याद है, 1990 के दशक के बाद पहली बार दिसंबर की शुरुआत में बर्फबारी हुई है।
शिमला में बर्फबारी कुछ घंटों तक ही रही क्योंकि न्यूनतम तापमान अधिक रहा। सेब उत्पादक क्षेत्रों रोहड़ू, जुब्बल और खरापत्थर के कुछ इलाकों में भी बर्फबारी हुई। कांगड़ा घाटी में राजसी धौलाधार पर्वतमाला, लाहौल और स्पीति जिले के केलांग में भी बर्फबारी हुई। राज्य के निचले इलाकों जैसे धर्मशाला, पालमपुर, सोलन, नाहन, बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी में बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट आई।
मौसम विभाग ने सोमवार तक राज्य में छिटपुट बारिश या बर्फबारी होने का अनुमान जताया है।