शिमला, 24 मार्च शिमला नगर निगम (एसएमसी) के टूटीकंडी वार्ड में सड़क किनारे पार्क किए गए वाहनों के कारण अक्सर जाम लग जाता है, जिससे निवासियों को असुविधा होती है टूटीकंडी के निवासी तिलक राज ने कहा कि वार्ड में पर्याप्त पार्किंग स्थान की कमी है, जिसके कारण कई लोगों के पास सड़क के किनारे अपने वाहन पार्क करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, “इससे अक्सर ट्रैफिक जाम होता है और लोगों के साथ-साथ दुकानदारों को भी असुविधा होती है, खासकर दिन के समय।”
वार्ड के रिरका क्षेत्र में बंदरों और कुत्तों के दोहरे आतंक की शिकायत निवासियों ने की है। उन्होंने कहा कि बंदर और कुत्ते लोगों पर हमला कर उन्हें काट लेते हैं और जब कोई उन्हें भगाने की कोशिश करता है तो वे आक्रामक हो जाते हैं।
वार्ड की निवासी सुनीता ने कहा कि बंदर और कुत्ते लोगों खासकर बच्चों के लिए खतरा बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं जहां उन्होंने बच्चों पर हमला किया और उन्हें काटा। एमसी की उप महापौर और क्षेत्रीय पार्षद उमा कौशल ने द ट्रिब्यून को बताया कि वार्ड में पर्याप्त पार्किंग स्थान थे, लेकिन अधिकांश लोगों के पास एक से अधिक वाहन थे, जिससे पार्किंग की समस्या पैदा हुई।
उन्होंने कहा कि निगम ने वार्ड में कई पार्किंग क्षेत्र बनाए हैं। पार्षद ने कहा कि उपयुक्त जगह तलाश कर वार्ड में पार्किंग के लिए और जगह बनाई जाएगी।
बंदरों और कुत्तों के आतंक के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह समस्या पूरे शहर में है। उन्होंने कहा, ”बंदरों और कुत्तों को पकड़ना मुश्किल है।” उन्होंने कहा कि निगम आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए 100 प्रतिशत कुत्तों की नसबंदी शुरू करने जा रहा है। उन्होंने कहा, “शहर में बंदरों और कुत्तों के आतंक को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।”
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