N1Live National शिवसेना नेता शाइना एनसी ने राहुल गांधी को बताया झूठी कहानियों का नेता
National

शिवसेना नेता शाइना एनसी ने राहुल गांधी को बताया झूठी कहानियों का नेता

Shiv Sena leader Shaina NC called Rahul Gandhi a leader of false stories.

जर्मनी से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के भारत की चुनावी प्रणाली और चीन संबंधी बयानों पर शिवसेना नेता शाइना एनसी ने जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को खुद को विपक्ष का नेता कहना बंद कर देना चाहिए और प्रोपेगेंडा का नेता तथा झूठी कहानियों का नेता कहना चाहिए।

शिवसेना नेता शाइना एनसी ने मुंबई में आईएएनएस से बातचीत में कहा कि हर बार जब राहुल गांधी विदेश जाते हैं, तो सिर्फ भारत की संस्थाओं और चुनावों की आलोचना करते हैं। कभी सीबीआई पर सवाल उठाते हैं, कभी ईडी पर, कभी प्रधानमंत्री पर, कभी वोटिंग सिस्टम पर, तो कभी आरोप लगाते हैं कि हम संविधान खत्म करने आए हैं।

शाइना एनसी ने कहा, मुझे लगता है कि राहुल गांधी को अब एक नया स्क्रिप्ट राइटर ढूंढ लेना चाहिए। अगर आपका एकमात्र एजेंडा अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को बदनाम करना है, तो शायद अब समय आ गया है कि आप जर्मनी की नागरिकता ले लें, क्योंकि आपको बर्लिन और अन्य देश इतने पसंद हैं कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान आप गायब रहे। आपको विदेश ज्यादा पसंद है, जहां से आप हमेशा भारत के खिलाफ बोलते हैं।

शाइना एनसी ने कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण और शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं पृथ्वीराज चव्हाण और संजय राउत से पूछना चाहती हूं कि 19 दिसंबर को उन्होंने बहुत बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन आज 23 दिसंबर को कुछ नहीं हुआ, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

शिवसेना नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री जनादेश से चलते हैं, जो जीत या हार तय करता है। शायद संजय राउत भूल गए हैं कि स्थानीय स्वशासन के चुनावों में नतीजे अंतिम होते हैं और वे कहीं नहीं हैं। अब समय आ गया है कि वे और उनके नेता घर बैठें और राजनीति में दखल न दें।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बिहार सरकार की तारीफ पर शाइना एनसी ने कहा कि उन्होंने सिर्फ सच कहा है कि बिहार तरक्की की राह पर है—बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतर रोजगार। अगर बिहार की जनता ने एनडीए को इतने बड़े बहुमत से जिताया है तो यही इसका सबूत है। इसलिए जो भी बिहार की आलोचना करे, वह जमीनी स्तर पर हो रही प्रगति को देखे, न कि छोटी सोच वाली नजरों से।

Exit mobile version