महाराष्ट्र सरकार में आबकारी मंत्री और एकनाथ शिंदे गुट के शिवसेना नेता शंभुराज देसाई ने ‘ऑपरेशन टाइगर’ को पूरी तरह से मीडिया द्वारा गढ़ी गई बात बताया है। शंभुराज देसाई ने स्पष्ट किया कि सरकार की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है कि ‘ऑपरेशन टाइगर’ चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “जब संसद या विधानसभा का सत्र होता है, तो भोज का आयोजन किया जाता है, जिसमें सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया जाता है। ऐसे में केवल भोज में शामिल होने को किसी ऑपरेशन का हिस्सा कहना गलत होगा।”
बता दें कि महाराष्ट्र के राजनीतिक हलकों में इन दिनों चर्चा तेज है कि ‘ऑपरेशन टाइगर’ के तहत, उद्धव ठाकरे के गुट के शिवसेना (यूबीटी) नेताओं को शिंदे गुट में शामिल करने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल, उद्धव ठाकरे के पास नौ सांसद हैं।
साथ ही उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक राजन सालवी के एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होने को लेकर भी देसाई ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सालवी ने खुद ही बताया है कि वह बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आगे ले जाने वाले एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में काम करना चाहते हैं, इसलिए उन्होंने शिंदे गुट का समर्थन करने का फैसला किया।
भाजपा विधायक नितेश राणे के मदरसों की जांच वाले बयान पर भी उन्होंने टिप्पणी की। देसाई ने कहा, “नितेश राणे हमारे मंत्री हैं। मैं उनसे खुद इस विषय में बात करूंगा। अगर उन्हें किसी मदरसे को लेकर कोई जानकारी मिली है और इसी कारण उन्होंने गृह विभाग को पत्र लिखा है, तो निश्चित रूप से मुख्यमंत्री और गृह विभाग इस पर विचार करेंगे और उचित कार्रवाई होगी।”
‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ विवाद पर भी देसाई ने कहा कि इस मामले में रणवीर ने पहले ही माफी मांग ली है। साथ ही, जनता की नाराजगी और पुलिस की कार्रवाई को देखते हुए विवादित एपिसोड भी हटा दिए गए हैं।
आदित्य ठाकरे द्वारा अपने सांसदों को सरकार के स्नेह भोज में शामिल न होने के आदेश दिए जाने पर देसाई ने कहा कि ठाकरे को इतनी संकुचित सोच नहीं रखनी चाहिए। राज्य सरकार सभी दलों के नेताओं को एक साथ लाने की कोशिश कर रही है, लेकिन कुछ लोग इसे राजनीतिक रंग देने में लगे हुए हैं।
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