इंदौरा उपमंडल के काठगढ़ स्थित ऐतिहासिक भगवान शिव मंदिर में मंगलवार को तीन दिवसीय जिला स्तरीय शिवरात्रि मेले का शुभारंभ हुआ। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता उप मुख्य सचेतक एवं शाहपुर विधायक केवल सिंह पठानिया ने की। मेले का समापन गुरुवार को होगा, जिसका नेतृत्व स्थानीय विधायक मलिंदर राजन करेंगे।
पठानिया ने दक्षिण भारत से प्रेरित होकर कांगड़ा जिले में धार्मिक पर्यटन सर्किट विकसित करने की सरकार की योजना की घोषणा की। इस सर्किट में काठगढ़ मंदिर के साथ-साथ बृजेश्वरी, चामुंडा देवी, मां ज्वाला, बगलामुखी, बैजनाथ और मसरूर मंदिर शामिल होंगे, जिसका उद्देश्य कांगड़ा को धार्मिक पर्यटन केंद्र बनाना है।
पारंपरिक मेलों के सांस्कृतिक महत्व पर जोर देते हुए पठानिया ने रंगारंग शोभा यात्रा का नेतृत्व किया और मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने काठगढ़ मंदिर प्रबंधन समिति द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति परीक्षा में मेधावी छात्रों को पुरस्कार भी वितरित किए। समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश कटोच ने पठानिया का स्वागत किया और मंदिर विकास की विभिन्न पहलों पर प्रकाश डाला।
काठगढ़ महादेव मंदिर एकमात्र शिव मंदिर है जहाँ शिवलिंग दो भागों में विभाजित है – एक भगवान शिव के रूप में पूजा जाता है और दूसरा देवी पार्वती के रूप में। ऐसा माना जाता है कि शिवलिंग प्राकृतिक रूप से ग्रह नक्षत्रों के आधार पर अलग हो जाता है और गर्मियों में विभाजित हो जाता है और सर्दियों में एक हो जाता है। मुगल शैली में निर्मित इस मंदिर में 6 फीट ऊंचा और 5 फीट गोल शिवलिंग है और यह पंजाब-हिमाचल प्रदेश की सीमा पर स्थित है।
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