देहरादून, 19 जुलाई उत्तराखंड को देवभूमि के साथ ही वीरों की भूमि भी कहा जाता है। यहां हर घर से एक बेटा देश की सेवा के लिए सेना में भर्ती होता है। समय आने पर वो देश के लिए अपने प्राणों को निछावर करने में भी पीछे नहीं हटता है।
एक बार फिर प्रदेश के एक और सेना के जवान ने देश के लिए अपने प्राणों को निछावर कर दिया है। लेह लद्दाख में अपनी जान की परवाह किए बगैर देश की रक्षा के लिए एक बार फिर उत्तराखंड के वीर सपूत वीर श्रवण चौहान ने अपने प्राणों को निछावर कर दिया।
यमुनोत्री विधानसभा के ग्राम सरनौल के निवासी वीर श्रवण चौहान देश की रक्षा के लिए लेह लद्दाख में दुश्मनों का सामना करते हुए शहीद हो गए। शहीद वीर श्रवण चौहान के देश के लिए शहीद होने की सूचना पर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शोक जताया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि लेह लद्दाख में मां भारती की सेवा करते हुए विधानसभा यमुनोत्री के ग्राम सरनौल निवासी वीर श्रवण चौहान के शहीद होने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। राष्ट्र की रक्षा हेतु दिया गया आपका सर्वोच्च बलिदान अविस्मरणीय है। विनम्र श्रद्धांजलि !
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