कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष बी. वाई विजयेंद्र ने सिद्दारमैया सरकार को विफल बताया। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने अपनी कार्यशैली से यह जाहिर कर दिया है कि उसे जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है। अगर होता, तो आज वो इस तरह की स्थिति में नहीं होती, जैसा कि वर्तमान में है। इस सरकार की विश्वसनीयता मौजूदा समय में पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।
बी. वाई. विजयेंद्र ने शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में दावा किया कि यह सरकार आबकारी नीति की बात करें, चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए भगदड़ की बात करें या आप भ्रष्टाचार की बात कर लें। कुल मिलाकर यह सरकार हर क्षेत्र में विफल साबित हुई।
भाजपा नेता ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा समय में कर्नाटक सरकार में मंत्री जमीर अहमद खान के निजी सचिव सरफराज अहमद के पास से 14.5 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं। राज्य में विकास का कोई काम नहीं हुआ है। इसके विपरीत भ्रष्टाचार में तेजी से वृद्धि देखने को मिल रही है। इस सरकार में विकास का कोई काम नहीं हुआ है।
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अब यह सरकार अपनी विफलता को स्वीकार करने के बजाए केंद्र सरकार पर धन आवंटित करने के मामले में भेदभाव करने का आरोप लगा रही है, जबकि इन आरोपों में बिल्कुल भी सत्यता नहीं है। सिद्दारमैया सरकार सच्चाई को स्वीकार करने से बच रही है। यह इंदिरा गांधी वाला आपातकाल राज्य में लाने की कोशिश कर रही है। यह सरकार मीडिया पर प्रहार कर रही है और सोशल मीडिया पर उन लोगों को चिन्हित करके निशाना बना रही है जो इस सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं।
भाजपा नेता बी. वाई. विजयेंद्र ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार आलोचना से बच रही है। मेरा सीधा सा सवाल है कि क्या यह लोकतंत्र है? यह सरकार हर क्षेत्र में विफल साबित हो रही है। भाजपा इस सरकार की सच्चाई को उजागर करने जा रही है। हम अग्रिम पंक्ति में पहुंचकर लोगों को बताएंगे कि किस तरह से राज्य सरकार में भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुंच चुका है। इस राज्य की स्थिति ऐसी बन चुकी है कि कोई भी निवेशक यहां पर निवेश नहीं करना चाहता। सभी लोग निवेश करने से बच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कार्यशैली से नाखुश निवेशक अब राज्य में निवेश नहीं करना चाहते हैं। इसका सीधा असर युवाओं पर पड़ रहा है। उनके लिए रोजगार के अवसर कम हो रहे हैं। हम इस बारे में राज्य सरकार से सवाल करेंगे कि क्या यह लोकतंत्र है। हम लोगों के बीच में जाकर कांग्रेस सरकार की पोल खोलेंगे।

