सरहिंद नहर चौड़ीकरण: पेड़ों की कटाई को लेकर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू वन विभाग ने सरहिंद नहर चौड़ीकरण परियोजना के तहत माछीवाड़ा वन क्षेत्र में पेड़ों की अंधाधुंध कटाई तथा अन्य पेड़ों की जड़ों को नुकसान पहुंचाने के संबंध में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
विभाग ने पाया है कि सिंचाई विभाग द्वारा नियुक्त ठेकेदार द्वारा नहर को चौड़ा करने के दौरान 100 से अधिक पेड़ों को या तो गिरा दिया गया या क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
पंजाब के प्रधान मुख्य वन संरक्षक आरके मिश्रा ने कहा, “भारतीय वन अधिनियम और वन संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू की गई है। पेड़ों की कटाई और पारिस्थितिकी और वन्यजीवों को होने वाले नुकसान के बारे में एक रिपोर्ट भी तैयार की गई है।”
लुधियाना के प्रभागीय वन अधिकारी राजेश गुलाटी ने जल संसाधन विभाग के कार्यकारी अभियंता दमनदीप सिंह और दो एसडीओ के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए पुलिस को पत्र लिखा है।
पेड़ों को उखाड़े जाने के बाद पर्यावरणविदों ने इसका कड़ा विरोध किया। पब्लिक एक्शन कमेटी (PAC) ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) का दरवाजा खटखटाया है, जिसमें इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के अलावा जल संसाधन विभाग पर पर्यावरण क्षतिपूर्ति लगाने की मांग की गई है।
परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना में सरहिंद नहर को चौड़ा करना और लाइनिंग करना शामिल है, ताकि इसकी क्षमता 12,000 क्यूसेक से बढ़ाकर 15,600 क्यूसेक की जा सके। लुधियाना के दोराहा इलाके में 1.5 किलोमीटर लंबे हिस्से पर इसी महीने काम शुरू हुआ है।
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