पालमपुर, 18 जनवरी ग्रामीण स्कूली छात्रों के लिए छह दिवसीय कला और शिल्प कार्यशाला कल ‘कला गांव’ अंद्रेटा में संपन्न हुई। मुख्य अतिथि सोभा सिंह मेमोरियल आर्ट सोसायटी के अध्यक्ष केजी बुटेल ने कार्यशाला के दौरान विभिन्न वस्तुएं बनाने के लिए छात्रों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि सभी घरों में कुछ सामग्रियों को अपशिष्ट के रूप में त्याग दिया जाता है, लेकिन इन्हें उपयोगिता और सजावटी उत्पादों के रूप में सजाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि छात्रों में रचनात्मकता ने उनकी समझ को बढ़ाया और उनके सीखने और संचार कौशल में सुधार किया। उन्होंने मास्टर ट्रेनर कमलजीत कौर की भी सराहना की, जिन्होंने छात्रों को “कचरे से सर्वश्रेष्ठ” बनाना सिखाया।
सोसायटी के महासचिव डॉ. हृदय पॉल सिंह ने कहा कि यह इस वर्ष उनके द्वारा आयोजित पहली कार्यशाला है और गर्मियों में कांगड़ा लोक कला ‘लिखनू’ पर ग्रामीण महिलाओं के लिए एक और कार्यशाला आयोजित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि छह स्कूलों के 20 छात्र – न्यूगल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल; सरदार सोभा सिंह सरकारी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, अंद्रेटा; राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रक्कड़; ज्ञानदीप सीनियर सेकेंडरी स्कूल; शिवालिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पंचरुखी; और राजकीय उच्च विद्यालय, भरवाना- ने कार्यशाला में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यशाला के समापन समारोह में सोभा सिंह की बेटी गुरचरण कौर, शिक्षाविद् रशम सिंह पटियाल और सोभा सिंह मेमोरियल आर्ट सोसाइटी के सदस्य शामिल हुए।