शिमला, 13 जून छह नवनिर्वाचित विधायकों – राकेश कालिया, विवेक शर्मा, रणजीत राणा, अनुराधा राणा, सुधीर शर्मा और इंद्र दत्त लखनपाल – को आज यहां विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने शपथ दिलाई।
छह विधायकों में से गगरेट, कुटलैहड़, सुजानपुर और लाहौल-स्पीति के चार विधायक कांग्रेस के हैं, जिससे विधानसभा में पार्टी की संख्या 34 से बढ़कर 38 हो गई है। धर्मशाला और हमीरपुर के बड़सर की दो सीटें भाजपा ने जीती हैं।
लाहौल-स्पीति से नवनिर्वाचित विधायक अनुराधा राणा की जीत के साथ ही विधानसभा में महिला विधायकों की संख्या दो हो गई है। अब तक सदन में एकमात्र महिला विधायक पच्छाद से रीना कश्यप थीं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सुखू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, मंत्रीगण एवं विधायक उपस्थित थे।
बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए सुखू ने कहा कि राज्य में सरकार बनाने का भाजपा का दावा विफल हो गया है, क्योंकि विधानसभा उपचुनाव में लोगों ने कांग्रेस के चार उम्मीदवारों को चुना है। कांग्रेस ने अपने विधायकों की संख्या 38 तक पहुंचाकर विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
सुखू ने कहा कि उनकी सरकार हिमाचल को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपना प्रयास जारी रखेगी। सुखू ने कहा, “राज्य के लोगों ने खरीद-फरोख्त की राजनीति को नकार दिया है, क्योंकि उपचुनावों में चार दलबदलू विधायकों को हार का सामना करना पड़ा है।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस आगामी विधानसभा उपचुनावों के लिए तैयार है, जिसके लिए उम्मीदवारों के नाम जल्द ही तय कर दिए जाएंगे।
राज्यसभा चुनाव में छह कांग्रेस विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी सत्तारूढ़ कांग्रेस के चार विधायकों के साथ, 68 सदस्यीय विधानसभा में पार्टी के विधायकों की संख्या 38 हो गई है, जबकि तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा की संख्या 65 रह गई है। राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों द्वारा पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ क्रॉस वोटिंग करने के बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी। कांग्रेस ने छह में से चार सीटें जीतीं, जबकि भाजपा ने दो सीटें जीतीं चुनाव आयोग ने सोमवार को तीन और विधानसभा क्षेत्रों में 10 जुलाई को उपचुनाव की घोषणा की है। यह उपचुनाव सभी निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के कारण होगा।