स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) के शिक्षक राज्य सरकार से 21 फरवरी से पहले अपनी सेवाओं को नियमित करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने मांग पूरी न होने पर हड़ताल पर जाने और हिमाचल प्रदेश सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने की धमकी दी है।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए एसएमसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि कई आश्वासनों के बावजूद राज्य सरकार ने अभी तक मांग के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है, जो उनके साथ बहुत बड़ा अन्याय है।
शर्मा ने कहा, “पिछले साल हुई कैबिनेट बैठक में राज्य सरकार ने अनुबंध के आधार पर सीमित सीधी भर्ती के माध्यम से एसएमसी शिक्षकों को नियमित करने और भर्ती करने को मंजूरी दी थी। हालांकि, एक साल बीत चुका है और सरकार ने कुछ नहीं किया है।”
उन्होंने कहा, “निराशाजनक बात यह है कि हम मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से मिल चुके हैं। हमारी मांगों को लेकर चर्चा हुई, लेकिन अभी तक उस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिसके चलते हमने सरकार के खिलाफ जनांदोलन शुरू करने का फैसला किया है।”
उन्होंने कहा, “अगर हमारी मांगें पूरी नहीं की गईं तो हम 21 फरवरी के बाद कक्षाओं का बहिष्कार करेंगे, जिसके लिए केवल राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।” उन्होंने कहा, “हम अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे और सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे। जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, हम नहीं रुकेंगे।”