उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को माणा गांव में हिमस्खलन में फंसे श्रमिकों के बचाव कार्य का जायजा हवाई सर्वेक्षण के जरिए लिया। इसके बाद उन्होंने देहरादून में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि बचाव कार्य में अब तक अधिकतर लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है। बचे हुए श्रमिकों के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास जारी हैं। इसके साथ ही उन्होंने इस कार्य में केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे सहयोग के प्रति आभार जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष तौर पर धन्यवाद अदा किया।
बता दें कि माणा क्षेत्र में कल से किए जा रहे रेस्क्यू अभियान में अब तक 50 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है। शेष 5 लोगों को बचाने के लिए बचाव ऑपरेशन जारी है।
सीएम धामी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि शनिवार सुबह 14 और श्रमिकों का रेस्क्यू किया जा चुका है और उन्हें जोशीमठ ले जाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियां युद्धस्तर पर काम कर रही हैं ताकि हिमस्खलन में फंसे हुए मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। यहां बहुत ज्यादा बर्फबारी के चलते सभी मार्ग बंद हैं। करीब 8-12 फुट बर्फ जमा हुई है। सीएम धामी ने बताया कि सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, जिला प्रशासन सब मिलकर कार्य कर रही हैं।
हवाई सर्वेक्षण के बाद सीएम धामी ने देहरादून में प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी दी, “कल देर रात तक 33 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया था और शनिवार प्रातःकाल में भी 14 और लोगों का रेस्क्यू किया गया है। इसके बाद अन्य लोगों को भी बचाया जा रहा है। बचे हुए श्रमिकों को बचाने का कार्य हर संभव तरीके से जारी है। फिलहाल वहां पर अधिक बर्फबारी के चलते सूचना और संपर्क में चुनौतियां आ रही हैं। हम आसपास के गांव के लोगों से संपर्क साधने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। इस कार्य में विभिन्न संगठनों के 200 लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं। हेलिकॉप्टर भी बचाव कार्य में इस्तेमाल किए जा रहे हैं।”
सीएम धामी ने जानकारी दी कि रेस्क्यू किए गए अधिकतर लोग ठीक हैं। कुल लोगों की हालत खराब है जिनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
सीएम धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दूरभाष पर पूरे मामले की जानकारी ली है और हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया है। बारिश और बर्फबारी के बाद पूरे प्रदेश में क्या स्थिति है, इस पर भी पीएम मोदी ने जानकारी ली है। केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय लगातार संपर्क में है। मैं प्रधानमंत्री जी का धन्यवाद अदा करता हूं। गृह मंत्री और रक्षा मंत्री ने भी इस विषय पर अपनी चिंता व्यक्त की है और वायु सेना को भी बचाव कार्य में लगाया है। सेना के लोगों ने पूरी रात प्रयास किया है जिसके बाद आज सुबह 14 लोगों का रेस्क्यू किया गया है।
सीएम धामी ने पर्यटकों को भी मौसम विभाग को फॉलो करने और अचानक बदले हुए मौसम के अनुसार अपने शेड्यूल को बनाने की सलाह भी दी। मुख्यमंत्री धामी लगातार राहत और बचाव कार्यों पर नजर बनाए हुए हैं और यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि सभी प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकाला जाए और हर संभव मदद दी जाए। इससे पहले हिमस्खलन की वजह से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के 52 श्रमिकों के फंसने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार शाम आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा भी किया था और स्थिति का जायजा लिया था।
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