प्रसिद्ध समाजसेवी तिलक राज चड्ढा, जिन्हें प्यार से बापू जी के नाम से जाना जाता है, की 111वीं जयंती रविवार को यमुनानगर स्थित तिलक राज चड्ढा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी (टीआईएमटी) में बड़े आदर और उत्साह के साथ मनाई गई। इस कार्यक्रम में चड्ढा के परिवार के सदस्य उपस्थित थे, जिनमें डॉ. किरण चावला, डॉ. ममता भार्गव, डॉ. रमेश कुमार (महासचिव), डॉ. आर.के. गर्ग (कार्यवाहक निदेशक) और डॉ. शैली गुप्ता सहित अन्य लोग शामिल थे।
तिलक राज चड्ढा को समाज में उनके अद्वितीय योगदान और मुकंद संस्थानों को आकार देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के सम्मान में श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनमें टीआईएमटी भी शामिल है। समारोह में चड्ढा के जीवन और दर्शन को उजागर करने वाली कई गतिविधियाँ शामिल थीं। एमसीए के अंतिम वर्ष के छात्र महकदीप और बीबीए के प्रथम सेमेस्टर के छात्र अंश ने प्रेरणादायक भाषण दिए, जिसमें उन्होंने समाज कल्याण के प्रति उनके निस्वार्थ समर्पण के बारे में जानकारी साझा की।
टीआईएमटी की कार्यवाहक निदेशक डॉ. शैली गुप्ता ने संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें पिछले वर्ष की उपलब्धियों का विस्तृत विवरण दिया गया। उन्होंने कहा, “आज का कार्यक्रम हमारे अध्यक्ष सेठ अशोक कुमार के आशीर्वाद और मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।”
डॉ. गुप्ता ने टीआईएमटी की शैक्षणिक सफलता पर भी प्रकाश डाला और बताया कि संस्थान ने अब तक 866 विश्वविद्यालयी सीटें हासिल की हैं और 23 स्वर्ण पदक विजेता तैयार किए हैं। इस वर्ष ही स्नातक और स्नातकोत्तर दोनों कार्यक्रमों में 117 सीटें प्राप्त की गई हैं।
इस समारोह में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया गया। दीपकशी (एमबीए फाइनल, बैच 2023-2025), आकांक्षा (बीसीए फाइनल, बैच 2022-2025) और रिधम सिंगला (बीबीए फाइनल, बैच 2022-2025) को स्वर्ण पदक के साथ-साथ 21,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया गया।
प्रेरणा (बीसीए) को दूसरा स्थान और 15,000 रुपये का नकद पुरस्कार मिला, जबकि अंशिका (एमसीए) और मनप्रीत (बीबीए), जिन्होंने तीसरा स्थान प्राप्त किया, प्रत्येक को 11,000 रुपये के नकद पुरस्कार के साथ-साथ विश्वविद्यालय में उनके स्थान की मान्यता के रूप में पदक और प्रमाण पत्र प्राप्त हुए।
इस कार्यक्रम का समापन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की एक श्रृंखला के साथ हुआ, जिससे उत्सव का माहौल और भी बढ़ गया।

