गुजरात सरकार ऑर्गन ट्रांसप्लांट सिस्टम में पारदर्शिता बढ़ाने के मकसद से का इंतजार कर रहे अंग प्रत्यारोपण वाले मरीजों के लिए एक खास रजिस्ट्रेशन सॉफ्टवेयर बना रही है।
राज्य में अंग प्रत्यारोपण की आवश्यकता वाले रोगियों की एक लंबी प्रतीक्षा सूची है और जरूरी अंग मिलने की सही जानकारी न मिलने से अनिश्चितता में जीवन जी रहे हैं। प्रस्तावित डिजिटल प्लेटफॉर्म पंजीकृत रोगियों को प्रत्यारोपण प्रतीक्षा सूची में उनकी स्थिति का वास्तविक समय का विवरण प्राप्त करने की अनुमति देगा, जिससे प्राप्तकर्ताओं के बीच लंबे समय से चली आ रही चिंता का समाधान होगा।
अहमदाबाद स्थित किडनी रोग एवं अनुसंधान केंद्र (आईकेडीआरसी) के निदेशक प्रांजल आर. मोदी ने कहा कि इस पहल से व्यवस्था में बेहद जरूरी स्पष्टता आएगी और मरीजों को सटीक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
राज्य के सबसे बड़े अंग प्रत्यारोपण केंद्र आईकेडीआरसी में मरीजों ने राज्य सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि सॉफ्टवेयर की मदद से वे घर बैठे ही अपना नंबर देख सकेंगे, जिससे चिंता कम होगी और बार-बार अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आईकेडीआरसी में किडनी का इलाज करा रहे मरीज संजयभाई पाटिल ने कहा, “सॉफ्टवेयर मरीजों के लिए कहीं अधिक सुविधाजनक होगा।” यह निर्णय प्रधान सचिव राज कुमार की अध्यक्षता में 22 नवंबर को आयोजित एक बैठक के बाद लिया गया है, जिसमें गुजरात के अंगदान और प्रत्यारोपण कार्यक्रम को अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई थी।
एक बार चालू हो जाने के बाद नए पंजीकरण सॉफ्टवेयर से त्वचा, हृदय वाल्व, ऊतक, गुर्दे, यकृत और हड्डी प्रत्यारोपण से संबंधित प्रक्रियाओं में अधिक पारदर्शिता आने की उम्मीद है। साथ ही यह सुनिश्चित होगा कि रोगियों को समय पर और सटीक जानकारी मिले जो राज्य के अंग प्रत्यारोपण ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
निरंतर निवेश, नवाचार आधारित विकास और निर्यात उन्मुखीकरण के साथ, गुजरात भारत और दुनिया के लिए सस्ती दवाओं को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

