सोलन, 16 जून
2014 से 2019 तक मानव भारती विश्वविद्यालय (एमबीयू) में लगभग 2,340 छात्रों ने व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त की, जबकि उनमें से केवल 371 (15.85 प्रतिशत) ही अपनी डिग्री और मार्कशीट सत्यापित कराने के लिए आगे आए हैं। विवि फर्जी डिग्री घोटाले में फंसा है।
छात्रों की डिग्रियों के सत्यापन के लिए अगस्त 2022 में सोलन एसपी की अध्यक्षता में छह सदस्यीय समिति का गठन राज्यपाल द्वारा किया गया था। मार्च 2021 में सोलन पुलिस की एक विशेष जांच टीम द्वारा छापा मारे जाने से पहले 2009 से 2020 तक लगभग 7,700 छात्रों ने विश्वविद्यालय में दाखिला लिया था।
समिति 2013 तक नामांकित छात्रों की डिग्री सत्यापित करने के लिए शिक्षा नियामक या उच्च शिक्षा विभाग से कोई रिकॉर्ड हासिल नहीं कर सकी क्योंकि घोटाले की जांच कर रही एसआईटी द्वारा सभी रिकॉर्ड हटा लिए गए थे।
विश्वविद्यालय के प्रशासक एलआर वर्मा, जो समिति का भी हिस्सा हैं, ने कहा, “वास्तविक छात्रों को मार्कशीट और अन्य दस्तावेजों को सत्यापित करने और जारी करने के लिए एक मानदंड तैयार किया गया था।”