सोलन के व्यापारियों ने शहर में बाहरी लोगों की बढ़ती संख्या के पंजीकरण की मांग को लेकर व्यापार मंडल के आह्वान पर आज दोपहर 12 बजे तक अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
इस आह्वान को व्यापारियों के साथ-साथ स्थानीय निवासियों का भी भारी समर्थन मिला, क्योंकि पूरा माल रोड जाम हो गया था। प्रदर्शनकारियों ने चौक बाजार, अपर बाजार और माल रोड पर नारे लगाते हुए मार्च निकाला।
व्यापारियों ने बाद में उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें बाहरी लोगों के अतीत की जांच के लिए पुलिस, नगर निगम और प्रशासन के अधिकारियों की एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने तथा पुलिस को तत्काल आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश देने की मांग की गई।
सोलन व्यापार मंडल के अध्यक्ष कुशल जेठी ने कहा, “किसी भी बाहरी व्यक्ति को शहर के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पुलिस को उचित सत्यापन करना चाहिए क्योंकि बड़ी संख्या में लोग विशेष रूप से शुक्रवार को एकत्र होते हैं। हमें नहीं पता कि ये लोग कहां से आ रहे हैं और वे यहां बड़ी संख्या में क्यों आए हैं,” उन्होंने कहा।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि अगर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो वे अपना आंदोलन और तेज कर देंगे क्योंकि एक खास समुदाय के लोग हर गली-मोहल्ले में बिना कोई टैक्स चुकाए सामान बेचते पाए गए। इससे व्यापारियों को नुकसान हो रहा है, जो राज्य सरकार को टैक्स देते हैं।
व्यापारियों ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि एक खास समुदाय के कम से कम 50 बाहरी लोग थोडो ग्राउंड में सामान बेच रहे थे, जहां एक वाणिज्यिक मेला चल रहा था। सरकार को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उन्हें जीएसटी पंजीकरण संख्या मिली है या नहीं। उन्होंने कहा कि राज्य कर अधिकारियों को इसकी पुष्टि करने के लिए थोडो ग्राउंड भेजा जाना चाहिए।
सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि उनकी चिंता के समाधान के लिए सात दिनों के भीतर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा तथा उन्होंने यह भी कहा कि कर अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे बिना कर चुकाए माल बेचने वाले बाहरी लोगों की जांच करें।
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