हैदराबाद, 11 जनवरी । तेलंगाना के पूर्व मंत्री मुकेश गौड़ के बेटे विक्रम गौड़ ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से इस्तीफा दे दिया।
हैदराबाद के गोशामहल निर्वाचन क्षेत्र के रहने वाले युवा नेता ने अपना इस्तीफा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी को भेजा।
एक उद्यमी और फिल्म निर्माता विक्रम गौड़ पार्टी में उचित स्थान न मिलने से निराश थे। उन्होंने लिखा कि जमीन पर सक्रिय रूप से काम करने के बावजूद उन्हें पार्टी के भीतर कोई महत्वपूर्ण भूमिका और जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई।
उन्होंने कहा कि वह गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से टिकट के इच्छुक थे लेकिन अंतिम समय में पार्टी ने राजा सिंह का निलंबन रद्द कर उन्हें टिकट दे दिया।
युवा नेता ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद और लोकसभा चुनाव से पहले भी पार्टी उनके जैसे नेताओं की चिंताओं को दूर करने में विफल रही। उन्होंने लिखा, “राज्य स्तर पर भाजपा सत्ता सत्ता के लिए प्रयासरत नहीं दिख रही है और पार्टी के दृष्टिकोण और रणनीति में स्पष्टता की कमी है।”
विक्रम गौड़ की कांग्रेस पार्टी में वापसी की संभावना है। विक्रम गौड़ 2020 में ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हो गए थे। वह जीएचएमसी चुनाव में कांग्रेस पार्टी से अपने समर्थकों को टिकट नहीं मिलने से नाराज थे।
विक्रम गौड़ के पिता मुकेश गौड़ हैदराबाद में कांग्रेस पार्टी के जाने-माने नेता थे। पिछड़े वर्ग समुदाय से आने वाले, मुकेश गौड़ 1989 और 2004 में महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र से दो बार चुने गए। उन्होंने 2007 से 2009 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश में कांग्रेस सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया था।
मुकेश गौड़ का 2019 में 60 वर्ष की आयु में निधन हो गया।