मुंबई, 25 अप्रैल । मैक्सिकन पेंटर फ्रीडा काहलो से प्रेरित सिंगर सोना महापात्रा और म्यूजिक कंपोजर राम संपत ने गाने ‘सेंटी अखियां’ में साथ में काम किया।
महापात्रा ने कहा, ”मैं हमेशा लीजेंडरी मैक्सिकन आर्टिस्ट फ्रीडा काहलो की फीयरलेस स्पिरिट, आर्ट और यूनिक फैशन से प्रेरित रही हूं। मैंने एक छात्र के रूप में उनकी सभी पेंटिंग्स के पोस्टकार्ड प्रिंट को फ्रेम करके अपने हॉस्टल की दीवारों पर लगाए थे।”
“अच्छा लगता है कि वह घनी भौहें रखती थी, किसी भी रंग के कपड़े बेधड़क पहनती थी। एक मैक्सिकन के रूप में अपनी जड़ों और पहचान को गर्व और आत्मविश्वास के साथ प्रदर्शित करती थी।”
उन्होंने कहा कि म्यूजिक वीडियो बनाने का विचार उनके पार्टनर संपत का था, जहां मैं आइकन फ्रीडा से मिलती हूं।
“‘सेंटी अखियां’ कंपोजिशन और म्यूजिक में एक जबरदस्त लैटिन अमेरिकी फ्लेवर है। उनकी कल्पना से प्रेरणा लेना सही था। एक तरह से हम अपनी जड़ों के साथ-साथ सामान्य परिदृश्य में घुलने-मिलने के हमारे सामान्य प्रेम को भी दर्शाते हैं, जो कि जनता की नजर में सुंदर या ग्लैमरस माना जाता है।”
युवा कवयित्री रोशनआरा क़ुरैशी के गीतात्मक चिंतन से पैदा यह गीत, आंखों आत्मा की खिड़की होती हैं इस विषय पर प्रकाश डालता है।
गाने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “गिटार, कलिंबा, हारमोनियम और परकशन का फ्यूजन गाने को एक ऑर्गेनिक लैटिन प्लस देसी स्विंग से भर देता है, जिससे एक ऐसा माहौल बनता है जो राहत देता है। मेरा मानना है कि फ्रीडा अगर आज जिंदा होती तो इस गाने पर डांस करके खुश होती।”