मेघालय पुलिस ने सोमवार को बताया कि उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या के मामले में गिरफ्तार सोनम रघुवंशी ने दबाव में आकर आत्मसमर्पण कर दिया है। उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अभी भी फरार है।
मेघालय में हनीमून के दौरान इंदौर निवासी राजा की रहस्यमयी मौत के मामले में सोमवार को एक चौंकाने वाला मोड़ आया, जब पुलिस ने कथित तौर पर भाड़े के हत्यारों द्वारा राजा की हत्या की साजिश रचने के आरोप में उसकी पत्नी सोनम को गिरफ्तार कर लिया।
मेघालय पुलिस ने बताया कि सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से पकड़ा गया। उसने बढ़ते दबाव के चलते रविवार देर रात नंदगंज पुलिस थाने में आत्मसमर्पण कर दिया।
वहीं, मेघालय के पुलिस महानिरीक्षक डाल्टन पी. मारक ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को फोन पर बताया, “सोनम ने कल रात दबाव में आकर आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे मामले में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या चार हो गई। एक आरोपी अभी भी फरार है। सोनम को अदालती कार्यवाही के लिए मेघालय वापस लाया जाएगा।”
उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश के अनुसार सोनम को वाराणसी-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर काशी ढाबा पर पाया गया। उसे प्राथमिक उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया और फिलहाल उसे वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है।
मेघालय के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) इदाशीशा नोंग्रांग ने कहा कि जांच जारी है और आगे की जानकारी के लिए गिरफ्तार व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने भी मामले में सफलता की बात स्वीकार की।
उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा, “राजा हत्या मामले में 7 दिनों के भीतर मेघालय पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मध्य प्रदेश के 3 हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है, महिला ने आत्मसमर्पण कर दिया है और 1 अन्य हमलावर को पकड़ने के लिए ऑपरेशन अभी भी जारी है।”
राजा और सोनम अपने हनीमून के लिए मेघालय आए थे। यहां दोनों ने कई स्थानों पर कीमती समय बिताए। लेकिन, 23 मई को वे लापता हो गए।
दस दिन बाद राजा का शव रियात अर्लियांग के वेइसाडोंग पार्किंग लॉट के नीचे एक गहरी खाई से बरामद किया गया। पास में ही एक चाकू भी मिला, जिसे मर्डर वेपन माना गया।
उस समय सोनम भी लापता हो गई थी, जिसके बाद कई राज्यों में उसकी तलाश शुरू कर दी गई थी।
जैसे-जैसे मामला सामने आया, राजा और सोनम के परिवारों ने जांच को लेकर गंभीर चिंताएं जताईं। उन्होंने मेघालय पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की।
उन्होंने सीसीटीवी फुटेज और स्कूटी के जीपीएस डेटा की ओर इशारा किया, जिससे पता चलता है कि राजा-सोनम के साथ तीन से चार व्यक्ति मौजूद थे, लेकिन स्थानीय अधिकारियों ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से न्याय सुनिश्चित करने के लिए सीबीआई जांच का आदेश देने की अपील की थी।
मेघालय डीजीपी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार कहा गया है कि मेघालय पुलिस को हाल ही में मध्य प्रदेश के इंदौर से हनीमून मनाने आए एक जोड़े के लापता होने के मामले की जांच में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है जो मई 2025 में पूर्वी खासी हिल्स जिले में लापता हो गए थे। इस मामले के संबंध में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। दो इंदौर (मध्य प्रदेश) से और एक ललितपुर (उत्तर प्रदेश) से। ये गिरफ्तारियां राजा रघुवंशी की दुखद मृत्यु और उसके बाद उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी के लापता होने की परिस्थितियों को उजागर करने में एक निर्णायक सफलता को चिह्नित करती हैं।
सोनम रघुवंशी ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के नंदगंज पुलिस स्टेशन में स्वेच्छा से आत्मसमर्पण कर दिया है और वर्तमान में उत्तर प्रदेश पुलिस की सुरक्षित हिरासत में हैं। उनके औपचारिक बयान के लिए आवश्यक कानूनी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है।
बयान में कहा गया है कि यह परिणाम मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) द्वारा किए गए चौबीसों घंटे के प्रयासों का परिणाम है। हम मीडिया और जनता से सम्मानपूर्वक आग्रह करते हैं कि वे न्याय की प्रक्रिया को अपना काम करने दें और अटकलों से बचें।