वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने आज शिमला के रिज पर हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान दिवंगत नेता के हजारों समर्थक और प्रशंसक ‘राजा वीरभद्र सिंह अमर रहें’ के नारे लगा रहे थे।
हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री यशवंत सिंह परमार की प्रतिमा के बगल में वीरभद्र सिंह की छह फुट ऊँची कांस्य प्रतिमा स्थापित है। इस समारोह में सोनिया गांधी के अलावा, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव प्रियंका गांधी, हिमाचल प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और सचिन पायलट, दीपेंद्र हुड्डा, राजीव शुक्ला जैसे प्रमुख नेता और पार्टी के अन्य नेता भी शामिल हुए।
वीरभद्र सिंह के प्रशंसक राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में दिवंगत नेता के पोस्टर लेकर आए थे।
सोनिया गांधी ने सभा को संबोधित नहीं किया, लेकिन प्रियंका गांधी ने एक व्यक्ति और राजनेता के रूप में वीरभद्र सिंह की जमकर प्रशंसा की। वीरभद्र सिंह को पार्टी की विचारधारा और दर्शन का सच्चा प्रतिनिधि बताते हुए, उन्होंने दिवंगत नेता की सच्चाई, सादगी और जन-हितैषी स्वभाव की सराहना की। प्रियंका ने कहा, “उन्होंने लोगों को कभी यह एहसास नहीं होने दिया कि वह मुख्यमंत्री हैं या किसी राजघराने से हैं।” उन्होंने आगे कहा कि उन्हें खुशी है कि वर्तमान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू इसी दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहे हैं।
प्रियंका गांधी ने इस बात पर अफसोस जताया कि राज्य में वीरभद्र सिंह और राष्ट्रीय स्तर पर नेहरू और इंदिरा गांधी जैसे नेताओं द्वारा दिखाए गए रास्ते पर कुछ ही नेता चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश को ऐसे नेताओं की जरूरत है जो सिर्फ जनसंपर्क और सोशल मीडिया से आगे जाकर लोगों की सेवा कर सकें।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने याद करते हुए कहा कि उन्होंने लगभग तीन दशकों तक वीरभद्र सिंह के साथ काम करके बहुत कुछ सीखा। दिवंगत नेता उनके लिए प्रेरणास्रोत थे। उन्होंने कहा, “उन्होंने सड़कों का जाल बिछाया और राज्य के विकास के लिए कई योजनाएँ शुरू कीं। इसके अलावा, उन्होंने कई स्कूल भी खोले।”