मुंबई, सोनू सूद ने हाल ही में बिहार के कटिहार के एक इंजीनियर से मुलाकात की, जिसने अपनी नौकरी छोड़कर अनाथ बच्चों के लिए एक स्कूल शुरू किया और उसका नाम अभिनेता के नाम पर रखा।
सोनू इस स्कूल के लिए एक नयी बिल्डिंग और वंचित बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करेंगे।
इस साल फरवरी में, सोनू को 27 वर्षीय इंजीनियर बीरेंद्र कुमार महतो के बारे में पता चला कि उन्होंने अनाथ बच्चों के लिए एक स्कूल खोलने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी और उन्होंने इसका नाम अभिनेता के नाम पर रखा। 110 बच्चों को मुफ्त शिक्षा और भोजन प्रदान करने के महतो के प्रयास से प्रेरित होकर सोनू सूद ने उनसे स्कूल में मुलाकात की, जो शेल्टर होम के रूप में भी काम करता है।
एक्टर ने महतो के साथ राशन से लेकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक, अमीर और गरीब के बीच शिक्षा की खाई को पाटने के लिए जागरूकता पैदा करने तक, स्कूल की जरूरतों को समझने के लिए समय बिताया। दिन के अंत तक, सोनू ने स्कूल के लिए नई बिल्िंडग पर काम शुरू किया ताकि यह और अधिक वंचित बच्चों को घर दे सके और यह सुनिश्चित कर सके कि हर बच्चे के लिए भोजन हो।
शिक्षा तक पहुंच बढ़ाना गरीबी का मुकाबला करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। हमारा उद्देश्य समाज के हाशिए के वर्गों के बच्चों को शिक्षित करना है ताकि उनके पास नौकरी के अवसरों का बेहतर अवसर हो।
उन्होंने कहा: उच्च शिक्षा एक ऐसी चीज है जिस पर हम काम कर रहे हैं। अन्य महत्वपूर्ण पहलू पोषण और समग्र कल्याण है क्योंकि यह स्कूल एक रैन बसेरा भी है।
अभिनेता वर्तमान में देश भर में करीब दस हजार छात्रों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।