मुंबई, 30 जुलाई । समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अबू आसिम आजमी ने आपराधिक घटनाओं में धार्मिक एंगल निकालने वालों को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि गुनहगार का कोई मजहब नहीं होता है। चाहे वो किसी भी धर्म का हो, अगर वो किसी भी आपराधिक घटना में संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन कुछ लोग जिस तरह से आपराधिक घटनाओं में धार्मिक एंगल निकाल रहे हैं, वह निंदनीय है।
सपा नेता ने कहा, “उरन में एक महिला के साथ दुष्कर्म हुआ, इसमें आरोपी मुस्लिम निकला, तो कुछ लोगों ने इसे पूरे मुस्लिम समुदाय से जोड़ दिया, तो कुछ ने लव जिहाद का एंगल दे दिया, लेकिन मैं ऐसे सभी लोगों से पूछना चाहता हूं कि शिलफाटा में एक पुजारी ने महिला के साथ दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी, तो अब आप उसमें कौन- सा एंगल निकालेंगे। उसके बारे में क्या कहना चाहेंगे। आपराधिक घटनाओं में इसी तरह धार्मिक एंगल निकालने लगेंगे, तो इससे समाज के विभिन्न तबकों के बीच में नफरत फैलेगा। कुछ लोग इसे लेकर राजनीतिक रोटियां सेंकेंगे। इससे आम लोगों के बीच नफरत पैदा होगी।”
उन्होंने कहा, “धारवी में अरविंद वैश्य नाम के युवक की हत्या हुई, लेकिन हैरानी की बात है कि इस घटना को भी कुछ लोग हिंदू-मुस्लिम का रंग दे रहे हैं। मैं यही कहूंगा कि अगर कोई भी ऐसी वारदात सामने आती है, तो आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, बगैर यह देखे कि वह किस धर्म-जाति का है।”
उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री से अपील करना चाहता हूं कि चुनाव और त्योहार नजदीक आ रहे हैं। ऐसे में जो लोग भी ऐसे आपराधिक मामलों में धर्म का एंगल खोज कर लोगों के बीच में नफरत फैलाने में लगे हुए हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मैं बार-बार इस बात पर जोर दे रहा हूं कि इस तरह की घटनाओं में अगर कोई आरोपी है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”
Leave feedback about this