लखनऊ, 27 मार्च । समाजवादी पार्टी (सपा) प्रवक्ता अमीक जमई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘सौगाते ए मोदी’ योजना पर कहा कि 2014 के बाद से जिन लोगों ने मुसलमानों को परेशान किया, अब वही लोग सौगात दे रहे हैं, यह सब सिर्फ इंटरनेशनल मीडिया को मैनेज करने के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बात की भी जांच होनी चाहिए कि इन सौगातों में कहीं कोई हानिकारक सामग्री तो नहीं है। जमई ने कहा कि यह योजना केवल मुस्लिम देशों के लिए मोदी की इमेज बनाने की कोशिश है, जबकि हकीकत यह है कि मोदी सरकार के दौरान मुसलमानों की सुरक्षा पर सबसे ज्यादा खतरे बढ़े हैं।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का जो भी समर्थन करेगा, वह इतिहास से मिट जाएगा। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील की कि वह साफ तौर पर बताएं कि वह वक्फ बिल के खिलाफ हैं या नहीं। जमई ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी वक्फ बिल के विरोध में चल रहे आंदोलनों का समर्थन करती है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि समाजवादी पार्टी मुस्लिमों के अधिकारों के लिए हमेशा खड़ी रहेगी।
अमीक जमई ने कहा कि भाजपा के लोग एक ओर तो मुसलमानों को रमजान में सौगात दे रहे हैं, दूसरी ओर उन्हें परेशान भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक संघर्ष करने का पूरा हक है, और समाजवादी पार्टी इस संघर्ष में उनका साथ देगी।
अमिक जमई ने कहा कि यदि मुसलमानों के अधिकारों को दबाया गया, तो वे इसके खिलाफ लड़ेंगे और समाजवादी पार्टी उनका समर्थन करेगी। मुसलमानों को इस देश में बराबरी का नागरिक समझा जाना चाहिए और उनके अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए, चाहे वह शिक्षा के अधिकार हों, मानवाधिकार हों या लोकतांत्रिक अधिकार।
Leave feedback about this