चंडीगढ़, 15 दिसंबर बेअदबी की ‘दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं’ के लिए शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल की माफी पर सवाल उठाते हुए स्पीकर कुलतार सिंह संधवान ने कहा कि यह देखना जरूरी है कि इस माफी के पीछे सुखबीर का उद्देश्य क्या था। 2015 में प्रकाश सिंह बादल सरकार में पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की कई घटनाएं हुईं लेकिन अकाली सरकार ने इन्हें नजरअंदाज कर दिया, जिससे असामाजिक तत्वों का हौसला बढ़ गया.
तत्कालीन गृह मंत्री सुखबीर कहते थे कि पंजाब में उनकी जानकारी और आदेश के बिना कुछ नहीं होता. लेकिन उनकी लापरवाही के कारण ये घटनाएं जारी रहीं और सरकार ने किसी भी साजिशकर्ता और आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया।
संधवां ने सवाल किया कि सुखबीर ने अपने राजनीतिक हितों के लिए बेअदबी की घटनाओं के लिए माफी मांगी थी, लेकिन शहीद भाई गुरजीत सिंह और भाई कृष्ण भगवान सिंह के लिए कौन माफी मांगेगा, जो बेअदबी की घटनाओं में न्याय के लिए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए थे। वह बहबल कलां और कोटकपूरा फायरिंग के लिए कब माफी मांगेंगे?
स्पीकर संधवान ने भी एक समर्पित सिख और गुरु ग्रंथ साहिब में विश्वास रखने वाले के रूप में कहा, “…मुझे लगता है कि गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान की घटनाओं के लिए कोई माफी नहीं हो सकती है। यदि सुखबीर वास्तव में अपराध के लिए पश्चाताप करना चाहते हैं, तो उन्हें सक्रिय राजनीति छोड़ देनी चाहिए और गुरु के विनम्र सिख के रूप में अकाल तख्त और सिख संगत के सामने झुकना चाहिए।