फ्रीस्टाइल पहलवान और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित योगेश्वर दत्त ने कहा कि यह माता-पिता की जिम्मेदारी है कि वे अपने बच्चों को खेलों के प्रति प्रेरित करें और उनका समर्थन करें।
उन्होंने कहा कि अभिभावकों का यह कदम बच्चों को नशे से दूर रखने में सहायक हो सकता है तथा खेलों के माध्यम से युवा अपना भविष्य उज्ज्वल बना सकते हैं तथा समाज व देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
योगेश्वर दत्त शनिवार को जगाधरी के सरस्वती विद्या स्कूल में 25-50 मीटर शूटिंग चैंपियनशिप के उद्घाटन समारोह में बतौर विशिष्ट अतिथि पहुंचे। कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि एवं किसान मंत्री श्याम सिंह राणा मुख्य अतिथि थे।
इस अवसर पर यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, पूर्व कैबिनेट मंत्री कंवर पाल गुज्जर, स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मुकेश गर्ग, उप जिला शिक्षा अधिकारी शिव कुमार धीमान सहित अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।
दत्त ने कहा, “सरकार के साथ-साथ अभिभावकों को भी युवाओं को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करना चाहिए। युवाओं को अपने घरों से ही खेल गतिविधियां शुरू करनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि पहले अच्छे कोच और अच्छे स्टेडियम थे, लेकिन 2016 के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल नीति को बढ़ावा दिया और इसके परिणामस्वरूप खिलाड़ियों ने देश के लिए कई पदक जीते हैं।
दत्त ने कहा, “सरकार खेलो इंडिया के ज़रिए खेलों को काफ़ी बढ़ावा दे रही है। ओलंपिक, एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में भी देश का परचम लहरा रहा है।” उन्होंने कहा कि युवाओं को देश का अच्छा नागरिक बनाना तथा उन्हें अच्छे संस्कार देना हम सभी की जिम्मेदारी है, ताकि वे दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकें।
उन्होंने कहा, “यमुनानगर में भी खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा स्टेडियम में बेहतर व्यवस्थाएं की जा रही हैं। उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां के युवा भी ओलंपिक खेलों में भाग लेंगे और देश का नाम रोशन करेंगे।”