श्री गुरु ग्रंथ साहिब वर्ल्ड यूनिवर्सिटी, फतेहगढ़ साहिब (सीएसआरआई-एसजीजीएसडब्ल्यूयू) में सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च एंड इनोवेशन ने 28 जनवरी, 2025 को पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (पीएससीएसटी) के सहयोग से ‘टेक स्टार्टअप कनेक्ट एंड ग्रो’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया।
कार्यशाला का उद्देश्य पंजाब में लड़कियों को प्रेरित करना और प्रेरित करना था, महिला शोधकर्ताओं और महिला उद्यमियों को इस दिशा में वित्त पोषण योजनाओं के बारे में जागरूक करना।
सीएसआरआई-एसजीजीएसडब्ल्यूयू के अध्यक्ष डॉ. तेजबीर सिंह ने गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। डॉ. दपिंदर कौर बख्शी, संयुक्त निदेशक, रिसर्च इनोवेशन एंड स्टार्टअप फैसिलिटेशन डिवीजन, पीएससीएसटी, चंडीगढ़ कार्यशाला की सम्मानित अतिथि थीं। उन्होंने एसएचई (स्टार्टअप्स हैंडहोल्डिंग एंड एम्पावरमेंट) पहल के तहत पिछले महिला उद्यमिता कार्यक्रम के महत्व और सफलता पर चर्चा की। उन्होंने यह भी बताया कि इस क्षेत्र में पीएससीएसटी के एसएचई कोहोर्ट 3.0 के तहत यह पहली कार्यशाला है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रीत पाल सिंह ने कार्यशाला के दौरान अध्यक्षीय भाषण प्रस्तुत किया और जोर देकर कहा कि महिला उद्यमिता समय की आवश्यकता है। रीजनल सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (आरसीईडी) के निदेशक परमजीत सिंह, एनआईटीसीओएन के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. बलबीर सिंह, सम्राट फिजियोकेयर के संस्थापक डॉ. सुप्रीत बिंद्रा और ग्रैनीज केयर की संस्थापक सुश्री रिदम गांधी सहित प्रतिष्ठित वक्ताओं ने दर्शकों के साथ अपने विचार साझा किए।
वक्ताओं ने प्रतिभागियों को अपने स्टार्ट-अप शुरू करने के लिए प्रेरित किया और जोर देकर कहा कि उन्हें नई चुनौतियों और जोखिमों का सामना करने से डरना नहीं चाहिए। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय और आसपास के संस्थानों जैसे आरआईएमटी विश्वविद्यालय, माता गुजरी कॉलेज, बाबा बंदा सिंह बहादुर इंजीनियरिंग कॉलेज और एएस कॉलेज, खन्ना के दो सौ से अधिक संकाय सदस्यों और छात्रों ने भाग लिया।
डीन एकेडमिक अफेयर्स, डॉ. सुखविंदर सिंह बिलिंग, डीन रिसर्च, डॉ. नवदीप कौर, डॉ. दीपक कपूर, सीनियर साइंटिस्ट, पीएसपीसीटी और डॉ. अमनदीप कौर, साइंटिस्ट, पीएसपीसीटी ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई और कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी। जैव प्रौद्योगिकी विभाग की प्रमुख और कार्यशाला की संयोजक डॉ. रुपिंदर कौर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
कार्यशाला के दौरान, विश्वविद्यालय के स्टार्ट-अप और इनक्यूबेशन सेंटर द्वारा विभिन्न स्टॉल प्रस्तुत किए गए, जिन्होंने सभी प्रतिभागियों की रुचि और प्रेरक स्तर को बढ़ाया।