ग्रॉस आइलेट (सेंट लूसिया), श्रीलंका ने नीदरलैंड्स को 83 रन से पराजित कर टी 20 विश्व कप में अपना अभियान ग्रुप डी में एकमात्र जीत के साथ समाप्त किया।
डच टीम सुपर-8 में पहुंचने का सपना देख रही थी लेकिन उसे दोहरा झटका लगा। बांग्लादेश की नेपाल पर जीत और उसकी श्रीलंका के हाथों हार से नीदरलैंड्स का सपना धरा का धरा रह गया।
नीदरलैंड्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने छठे ओवर तक अपने दो विकेट 45 रन तक गंवा दिए। कुशल मेंडिस और धनंजय डिसिल्वा ने मजबूत साझेदारी की और टीम को 10 ओवर तक 74/2 पर ले गए।
मेंडिस 29 गेंदों में 46 रन बनाकर आउट हुए। लेकिन इसका श्रीलंका की गति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। डीसिल्वा की तेज तर्रार बाउंड्रीज और चरित असालंका के आक्रामक स्ट्रोकप्ले से श्रीलंका ने 13वें ओवर में 100 रन पार कर लिए।
टिम प्रिंगल ने 15 वें ओवर में डिसिल्वा का विकेट लिया लेकिन फिर असालंका और एंजेलो मैथ्यूज ने महत्वपूर्ण रन जोड़े और श्रीलंका को एक बड़े स्कोर की तरफ अग्रसर कर दिया।
असालंका 21 गेंदों में 46 रन बनाकर 18 वें ओवर में आउट हुए। कप्तान वानिंदू हसारंगा और मैथ्यूज ने रन बटोरते हुए श्रीलंका को 20 ओवर में 201/6 तक पहुंचाया। मैथ्यूज 15 गेंदों में 30 रन बनाकर नाबाद रहे।
लक्ष्य का पीछा करते हुए नीदरलैंड्स ने अच्छी शुरुआत की और पावर प्ले में 47/2.रन बना लिए। लेकिन सातवें ओवर में विक्रमजीत सिंह का विकेट गिरने से डच पारी का पतन शुरू हो गया। नीदरलैंड्स ने इसके बाद पांच ओवर में पांच विकेट गंवाए और आठ ओवर शेष रहते उसका स्कोर 83/7 रन हो गया।
कप्तान स्कॉट एडवर्ड्स ने कुछ प्रतिरोध किया और 24 गेंदों में सर्वाधिक 31 रन बनाये लेकिन उनके 17 वें ओवर में आउट होते ही नीदरलैंड्स की बची-खुची उम्मीदों का अंत हो गया।
श्रीलंका ने 17.2 ओवर में नीदरलैंड्स को 118 रन पर समेट कर बड़ी जीत के साथ विश्व कप में अपना अभियान समाप्त किया।
इस ग्रुप से बांग्लादेश की टीम दक्षिण अफ्रीका के बाद दूसरे स्थान पर रहकर सुपर आठ में पहुंच गयी।