राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज कहा कि राज्य सरकार को भांग की खेती की अनुमति देते समय बहुत सावधानी बरतनी होगी ताकि इसका दुरुपयोग न हो।
आज यहां एक कार्यक्रम के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए शुक्ला ने कहा कि राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि कानूनी रूप से उगाई गई भांग का उपयोग केवल औषधीय उद्देश्य के लिए हो तथा इसका दुरुपयोग न हो।
उन्होंने कहा, “आज मैंने अखबारों में पढ़ा कि हिमाचल प्रदेश में दवा इकाइयों में निर्मित दवाइयां और औषधियां प्रयोगशाला परीक्षण में विफल हो गई हैं, जिनमें मधुमेह की दवाएं भी शामिल हैं।” उन्होंने कहा, “यह एक बहुत गंभीर मुद्दा है और राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए बहुत सख्त कार्रवाई करनी होगी कि हिमाचल प्रदेश में नकली दवाओं का निर्माण न हो और इसमें शामिल लोगों को दंडित किया जाना चाहिए।”
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