हरियाणा शहर स्वच्छता अभियान – 2025″ के तहत स्वच्छ करनाल सुनिश्चित करने के लिए, करनाल जिला प्रशासन ने प्रयास तेज़ कर दिए हैं और कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी है। उपायुक्त उत्तम सिंह ने सभी विभागों को कार्यालयों, अस्पतालों, स्कूलों, बैंकों और निजी संस्थानों में सफ़ाई सुनिश्चित करने और इन्हें “शून्य अपशिष्ट कार्यालय” बनाने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने उप-जिलाधिकारियों को ड्यूटी तय करने, दैनिक निगरानी सुनिश्चित करने और पंचायतों व नागरिकों को शामिल करने के भी निर्देश दिए हैं। करनाल नगर निगम (केएमसी) ने परियोजना की सफलता सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी है। सड़क किनारे कचरा, निर्माण मलबा और जैव-चिकित्सा अपशिष्ट हटाने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
डीसी सिंह ने कहा, “यह अभियान केवल सड़कों और कार्यालयों की सफाई के बारे में नहीं है, बल्कि जिम्मेदारी की संस्कृति का निर्माण करने के बारे में है, जहां प्रत्येक नागरिक और विभाग स्वच्छ, हरित हरियाणा में योगदान देता है।” उन्होंने प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए साप्ताहिक समीक्षा पर जोर दिया।
इस बीच, इस संबंध में बुधवार को केएमसी कार्यालय में महापौर रेणु बाला गुप्ता की अध्यक्षता में स्वच्छता पर्यवेक्षकों के लिए एक क्षमता निर्माण बैठक आयोजित की गई, जिसमें आयुक्त वैशाली शर्मा, पार्षद और सफाई कर्मचारी उपस्थित थे।
आयुक्त ने कहा कि अभियान में 11 प्रमुख विषय हैं, जिनमें स्वच्छता शपथ, हरित पट्टी, बाजार स्वच्छता, जन जागरूकता और स्वच्छता उत्सव शामिल हैं, जिन्हें मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुरूप क्रियान्वित किया जाना है।
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