चंडीगढ़, 18 मई, 2025 – हरियाणा सरकार द्वारा संतों और महापुरुषों की शिक्षाओं और आदर्शों को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने के उद्देश्य से शुरू की गई ‘संत-महापुरुष सम्मान विचार एवं प्रसार योजना’ के तहत आज सोनीपत में श्री गुरु गोरखनाथ प्रकटोत्सव का भव्य राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस अवसर पर, नायब सिंह सैनी ने श्री गुरु गोरखनाथ जी को श्रद्धांजलि अर्पित की और प्रकटोत्सव समारोह का हिस्सा बनने के लिए आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में भाग लेना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने समाज के हर वर्ग के कल्याण और उत्थान के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि वर्तमान सरकार संतों और पूज्य व्यक्तियों द्वारा दिखाए गए मार्ग पर काम कर रही है।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार का प्राथमिक लक्ष्य सबसे गरीब नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार करना है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि सोनीपत में एक चौक का नाम श्री गुरु गोरखनाथ जी के नाम पर रखा जाएगा।
उन्होंने राज्य में जोगी समुदाय की धर्मशालाओं के जीर्णोद्धार के लिए 31 लाख रुपये की राशि देने की भी घोषणा की। उन्होंने दिव्यांगजनों को इंडियन ऑयल के सीएसआर फंड के माध्यम से दी जाने वाली 100 ट्राइसाइकिलों में से 30 मोटराइज्ड ट्राइसाइकिल भी वितरित कीं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने लगभग 104.05 करोड़ रुपये की लागत की चार विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इनमें 84.82 करोड़ रुपये की लागत की तीन परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 19.23 करोड़ रुपये की लागत की एक परियोजना का उद्घाटन शामिल है।
भारत आतंकवाद बर्दाश्त नहीं करेगा: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ राष्ट्रीय आत्मा की गरिमा का प्रतीक है
नायब सिंह सैनी ने कहा कि आज का यह समारोह ऐसे समय में आयोजित हो रहा है जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमारे वीर जवानों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम देते हुए जिस साहस, समर्पण और अनुशासन का परिचय दिया है, वह महज एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि हमारी राष्ट्रीय भावना की गरिमा और ताकत का एक सशक्त प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि पहलगाम में आतंकवादियों ने हमारे देश के निर्दोष नागरिकों को क्रूरतापूर्वक निशाना बनाया और उनकी हत्या की। प्रधानमंत्री ने पूरे देश की भावनाओं और दुख को व्यक्त करते हुए कहा कि अब समय आ गया है कि आतंकवाद के बचे हुए ठिकानों को भी खत्म कर दिया जाए।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत, हमारे सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में आतंकवाद की जड़ों पर प्रहार किया और उन प्रमुख ठिकानों को नष्ट कर दिया, जहां आतंकवाद पनप रहा था। मात्र तीन घंटे के भीतर, हमारे रक्षा बलों ने इन आतंकी ठिकानों को सफलतापूर्वक निष्प्रभावी कर दिया और इस त्वरित और निर्णायक ऑपरेशन के माध्यम से दुनिया ने भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत और दृढ़ संकल्प को देखा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्पष्ट संदेश दिया है कि भारत किसी भी रूप में आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “आज पूरा देश मोदी जी और भारतीय सशस्त्र बलों के साथ मजबूती से खड़ा है।”
संतों की शिक्षाएं मानव समाज की अमूल्य धरोहर हैं; इस विरासत को संरक्षित रखना और कायम रखना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है
भारत को ऋषि-मुनियों की भूमि बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अनगिनत संतों और महापुरुषों ने मानवता को जीवन का सच्चा मार्ग दिखाकर मार्गदर्शन किया है। इन पूज्यनीय विभूतियों की शिक्षाएं समाज की साझी विरासत हैं और इस विरासत को संरक्षित और संवर्धित करना सभी नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद हरियाणा सरकार ने संतों एवं आध्यात्मिक गुरुओं के संदेशों एवं शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से ‘संत-महापुरुष सम्मान विचार एवं प्रसार योजना’ शुरू की थी।
आज आयोजित गुरु गोरखनाथ जी की जयंती का राज्य स्तरीय समारोह इसी पहल का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु गोरखनाथ जी ने योग के ज्ञान को घर-घर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके बताए मार्ग से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने योग को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए प्रयास शुरू किए।
इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक प्रस्ताव पारित कर 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया। आज, योग को दुनिया भर के देशों द्वारा एक अनुकरणीय अभ्यास के रूप में मान्यता दी गई है और अपनाया गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में, राज्य ने युवा पीढ़ी को योग अपनाने के लिए सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया है।
शैक्षणिक सत्र 2022-23 से कक्षा 1 से 10 तक योग शिक्षा को अनिवार्य विषय बना दिया गया है। प्रदेश के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में भी योग पढ़ाया जा रहा है। इन प्रयासों को संस्थागत रूप देने के लिए सरकार ने हरियाणा योग आयोग की स्थापना की है।
ग्रामीण क्षेत्रों में योग की पहुंच को और बढ़ाने के लिए सरकार गांवों में योग और व्यायामशालाएं स्थापित कर रही है। अब तक 687 व्यायामशालाएं चालू हो चुकी हैं, तथा 300 अतिरिक्त पर काम चल रहा है।
पिछड़े वर्गों के कल्याण के लिए क्रियान्वित की जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों के जीवन को सरल और अधिक सम्मानजनक बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने अंत्योदय उत्थान के विजन के प्रति सरकार की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जिसमें पंक्ति में अंतिम व्यक्ति का उत्थान शामिल है।
सभी समुदायों के लोगों के लिए समावेशी प्रगति और समान अधिकार सुनिश्चित करना सरकार का मुख्य उद्देश्य है
नायब सिंह सैनी ने कहा कि गुरु गोरखनाथ जी ने समानता और सद्भाव के मूलभूत मूल्यों की शिक्षा दी तथा इस बात पर बल दिया कि समुदाय, जाति, मत या पंथ के आधार पर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
इन शिक्षाओं से प्रेरित होकर और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में सरकार “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के मार्गदर्शक सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध है।
सरकार का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी समुदाय और जाति के लोग समाज में समान अवसर और अधिकार के साथ एक साथ प्रगति करें। उन्होंने कहा, “हमारे निरंतर प्रयास हर व्यक्ति के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता तक पहुंच की गारंटी देने पर केंद्रित हैं।”
सभी समुदायों के महान व्यक्तित्वों की जयंती मनाना एकता को बढ़ावा देना है – डॉ. अरविंद शर्मा
धरोहर एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने सभी समुदायों के संतों व महापुरुषों की जयंती मनाने की परंपरा शुरू की है, जो सामाजिक सद्भावना व भाईचारे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इसी पहल के तहत आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोरखनाथ जी भगवान शिव के स्वरूप थे और योग के प्रणेता थे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ऐसे समाज की कल्पना करते हैं जहां प्रत्येक व्यक्ति को उसका उचित हिस्सा मिले और इस समावेशी दृष्टिकोण के तहत सरकार सभी वर्गों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित कर रही है।
मुख्यमंत्री के प्रयासों के परिणामस्वरूप अब सभी समुदायों के महान व्यक्तित्वों की जयंती मनाई जा रही है, जिसमें सभी 36 समुदायों की सक्रिय भागीदारी हो रही है, जिससे पूरे राज्य में एकता और भाईचारा बढ़ रहा है।
हरियाणा एक ऐसा राज्य बन गया है जहां हर गरीब व्यक्ति की बात सुनी जाती है और उसका प्रतिनिधित्व किया जाता है – मोहन लाल कौशिक
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी का हार्दिक स्वागत करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री मोहन लाल कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री के गतिशील नेतृत्व में हरियाणा एक ऐसे राज्य के रूप में उभरा है, जहां गरीब से गरीब व्यक्ति भी यह महसूस करता है कि सरकार और मुख्यमंत्री उसके अपने हैं।
उन्होंने मुख्यमंत्री की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह 24 घंटे लोगों के लिए उपलब्ध रहते हैं तथा राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास कर रही है कि प्रत्येक सरकारी योजना जरूरतमंदों के दरवाजे तक पहुंचे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा आज देश भर में कई क्षेत्रों में नंबर वन है। श्री गुरु गोरखनाथ जी की जयंती पर शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि गुरु गोरखनाथ जी की कालजयी शिक्षाएं आज भी अत्यंत प्रासंगिक हैं।
श्री गुरु गोरखनाथ जी ने तप, त्याग, योग और ध्यान को मूर्त रूप दिया – निखिल मदान
सभा को संबोधित करते हुए विधायक श्री निखिल मदान ने श्री गुरु गोरखनाथ जी को श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उन्हें तपस्या, त्याग, योग और ध्यान का प्रतीक बताया।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि गुरु गोरखनाथ जी ने पूरे भारत की यात्रा की और अपनी शिक्षाओं और लेखन के माध्यम से सनातन संस्कृति के प्रसार में योगदान दिया।
उन्होंने सभी समुदायों और जातियों के महान व्यक्तित्वों को मान्यता देने और उन्हें सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार की प्रशंसा की और कहा कि हरियाणा के इतिहास में यह पहली बार है कि राज्य स्तर पर इस तरह के जयंती समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर विधायक कृष्ण गहलोत, देवेंद्र कादियान, पवन खरखौदा, सोनीपत के मेयर राजीव जैन और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।