लोजपा (रामविलास) के सांसद अरुण भारती ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के कानून व्यवस्था को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर कहा कि उन्हें इतिहास की भी जानकारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाएं हम सभी के लिए चिंता का विषय हैं, लेकिन अपराध हो रहे हैं तो एक्शन भी हो रहा है।
उन्होंने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के सवाल उठाए जाने पर कहा कि शायद कोई एक दिन नहीं रहा होगा जब वे बिना चुनाव के बिहार आए हों। बिहार में चुनाव है, इसलिए वे आ रहे हैं। इधर, अगले पांच वर्षों में एक करोड़ लोगों को रोजगार, नौकरी देने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है, इससे पलायन रोकने में मदद मिलेगी। ऐसी योजनाएं आती रहनी चाहिए।
तेजस्वी यादव के अपराधियों के ‘सम्राट’ और ‘विजय’ होने पर उन्होंने कहा कि उनको बतौर नेता प्रतिपक्ष मुद्दों को गंभीर तरीके से उठाना चाहिए। वे लगातार अपनी भाषा की मर्यादा को गिराते जा रहे हैं। वे जिस तरह पत्रकारों के ‘सूत्र’ को ‘मूत्र’ की संज्ञा देते हैं, वह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सरकार से किसी को विरोधाभास हो सकता है। सरकार की नीतियों से आप असहमत हो सकते हैं, लेकिन उसे गरिमामयी भाषा के अंदर रखकर भी उठा सकते हैं। इधर, मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के तहत 35 लाख वोटरों के नाम कटने की बात सामने आने पर उन्होंने कहा कि ऐसे वोटर जो इस दुनिया में नहीं हैं, उनके नाम पर फर्जी वोट दिया जाता था, ऐसे लोगों को हटाया जाना सही है।
उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि चुनाव आयोग इस पर भी सजग होगा कि उसे इसका जवाब सुप्रीम कोर्ट को भी देना है। ऐसे में उसके पास जरूर कोई आधार होगा। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और उसका बड़ा उत्तरदायित्व भी है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा पहले भी होता रहा है और इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए।