ग्केबरहा, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को सेंट जॉर्ज पार्क में दूसरे टी20 मैच में बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद भारतीय गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी की और मैच को रोमांचक बना दिया। हालांकि वरुण चक्रवर्ती के पांच विकेटों पर ट्रिस्टन स्टब्स के नाबाद 47 रनों की पारी भारी साबित हुई और मेहमान टीम ने एक ओवर शेष रहते तीन विकेट से मैच अपने नाम कर लिया।
भारत के 124/6 के मामूली दिखने वाले स्कोर के बाद चक्रवर्ती ने चार ओवर में 17 रन देकर पांच विकेट निकाले। यह टी20 में उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। लेकिन चौथे नंबर पर बल्लेबाज करने आए स्टब्स के इरादे कुछ और थे। अपनी पारी में सात चौके जड़कर उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को एक ओवर शेष रहते रोमांचक जीत दिलाई, जिससे मेजबान टीम ने चार मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है।
दक्षिण अफ्रीका ने 16वें ओवर में अपना सातवां विकेट गंवा दिया था। उस समय टीम का स्कोर 86 रन था और उसे जीत के लिए 26 गेंद में 39 रन और चाहिए थे। पुछल्ले बल्लेबाज गेराल्ड कोएत्जी (19 नाबाद) ने स्टब्स का भरपूर साथ दिया और टीम को 128/7 तक पहुंचाया। अपनी नौ गेंद की पारी में उन्होंने एक छक्का और दो चौके लगाए।
भारतीय तेज गेंदबाज खास तौर पर आखिरी तीन ओवरों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए जबकि कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अक्षर पटेल को सिर्फ एक ओवर गेंदबाजी करने दिया।
लक्ष्य का पीछा करते हुए रयान रिकेल्टन और रीजा हेंड्रिक्स ने दो-दो चौके लगाए, लेकिन अर्शदीप सिंह की धीमी शॉर्ट गेंद पर रयान रिकेल्टन 13 रन पर डीप बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर आउट हो गए। चक्रवर्ती ने अपने पहले ओवर में एडेन मार्करम को गुगली पर आउट किया। इसके बाद उन्होंने उसी ओवर में एक और गुगली पर हेंड्रिक्स को चकमा दिया।
चक्रवर्ती ने 11वें ओवर में मार्को जेनसन को चकमा देकर फिर से गुगली से सफलता हासिल की। हेनरिक क्लासेन और चक्रवर्ती के बीच बड़ा मुकाबला लेग स्पिनर के पक्ष में रहा। क्लासेन लॉन्ग-ऑफ पर कैच दे बैठे।
इसके बाद चक्रवर्ती ने डेविड मिलर को बोल्ड कर अपना पांचवां विकेट लिया।
रवि बिश्नोई ने एंडिले सिमेलाने को गुगली से आउट किया।
दूसरी छोर पर स्टब्स डटे रहे। आखिरकार उन्हें कोएत्जी के रूप में मैच जिताने वाला साझेदार मिला।
इससे पहले टॉस हारकर जब भारतीय टीम बल्लेबाजी के लिए उतरी तो उसकी शुरुआत काफी खराब रही। पहले मैच में धुआंधार शतक जमाने वाले संजू सैमसन मैच की तीसरी गेंद पर बिना कोई रन बनाए आउट हो गए। मार्को जेनसन की गुड लेंथ गेंद उनके लेग स्टंप पर लगी।
अगले ही ओवर की पांचवीं गेंद पर अभिषेक शर्मा (4) गेराल्ड कोएत्जी का शिकार बने। जेनसन ने उनका कैच लपका। चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर एंडिले सिमलाने ने कप्तान सूर्यकुमार यादव (4) को एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन वापस भेज दिया। उस समय टीम का स्कोर महज 15 रन था।
टॉप ऑर्डर के फेल होने के बाद मध्यक्रम में हार्दिक पांड्या (39 नाबाद), अक्षर पटेल (27) और तिलक वर्मा (20) के कुछ रन जुटाने की वजह से भारत का स्कोर 100 रन के पार पहुंच सका। इनके अलावा कोई और बल्लेबाज दहाई अंक में भी नहीं पहुंच सका। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों में 14 अतिरिक्त रन दिए, जिनमें आठ वाइड के थे।
तिलक वर्मा ने अक्षर पटेल के साथ पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन आठवें ओवर की आखिरी गेंद पर वह कप्तान एडेन मार्करम की गेंद पर डेविड मिलर को कैच थमा बैठे, जब टीम का स्कोर 45 रन था।
अक्षर पटेल हार्दिक पांड्या के साथ पारी को आगे बढ़ा रहे थे, लेकिन वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए। 12वें ओवर में हार्दिक पांड्या ने नकाबायोमजी पीटर की गेंज को सीधे बल्ले से सामने की तरफ खेला। उनका तेज तर्रार शॉट गेंदबाज के हाथ को छूता हुआ सीधे नॉन स्ट्राइकर एंड पर स्टंप्स पर जाकर लगा। अक्षर क्रीज से बाहर थे।
हार्दिक पांड्या एक छोर थामे रहे, लेकिन दूसरे छोर से उन्हें कुछ खास समर्थन नहीं मिला। रिंकू सिंह ने 11 गेंदों पर नौ और अर्शदीप सिंह ने छह गेंद पर सात नाबाद रन बनाए।
20 ओवरों की समाप्ति पर भारत का स्कोर छह विकेट पर 124 रन रहा।
दक्षिण अफ्रीका ने छह गेंदबाजों को मोर्चे पर लगाया, जिसमें केशव महाराज को छोड़कर सभी ने एक-एक विकेट लिए।