शिमला, 7 अगस्त भाजपा सांसद कंगना रनौत ने मंगलवार को दावा किया कि बांग्लादेश का घटनाक्रम सभी इस्लामिक गणराज्यों की विशेषता है, जहां हमेशा अन्य धर्मों को “खत्म” करने की कोशिश की जाती है।
अभिनेत्री-राजनेता ने यह टिप्पणी उस समय की जब संवाददाताओं ने उनसे पड़ोसी देश की स्थिति पर टिप्पणी करने को कहा था। यह टिप्पणी शेख हसीना के बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने और भारत भाग जाने के एक दिन बाद की है।
रनौत ने कहा कि सभी इस्लामिक गणराज्यों में कभी न कभी ऐसी परिस्थितियाँ विकसित होती हैं। फिर उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से ब्रिटेन में अप्रवासी विरोधी प्रदर्शनों का हवाला देते हुए दावा किया कि वहाँ सड़कों पर ईसाइयों पर हमले हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस्लामी गणराज्यों में हमेशा “दूसरे धर्म” को “खत्म” करने का प्रयास किया जाता है और जब ऐसा होता है तो शिया और सुन्नियों के बीच झगड़े होते हैं।
मंडी से सांसद ने कहा कि वहां एक सीख है कि ‘सनातन का दीपक’ प्रज्वलित होना चाहिए और उसका ध्वज ऊंचा रहना चाहिए। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या के हालिया प्रयास को भी “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया।
बांग्लादेश पर रनौत की टिप्पणी हिंदू मंदिरों पर भीड़ के हमलों की रिपोर्टों का संदर्भ देती प्रतीत हुई, क्योंकि छात्र समूहों द्वारा आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों से शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद हसीना को पद छोड़ने के लिए मजबूर किए जाने के बाद भी वहां हिंसा जारी रही।
रनौत शिमला जिले के समेज में बोल रही थीं, जहां वह हाल ही में आई बाढ़ के पीड़ितों से मिलने गई थीं। उन्होंने दावा किया कि अब ‘अंतर्राष्ट्रीय ताकतों’ ने भारत को घेर लिया है क्योंकि बांग्लादेश अब मित्र नहीं रहा और सरकार को स्थिति को सावधानी से संभालना चाहिए।
रनौत ने कहा, “हमें उन लोगों से सतर्क रहना चाहिए जो देश को गुमराह कर रहे हैं और देश को अंतरराष्ट्रीय ताकतों के हाथों बेचना चाहते हैं, और उन लोगों से भी जो उन्हें वोट दे रहे हैं।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘हमें गर्व होना चाहिए कि देश में प्राचीन काल से सनातन का ध्वज लहरा रहा है और दुनिया लोकतंत्र की महिमा देख रही है।’’