चंडीगढ़, 12 जुलाई । पंजाब सरकार द्वारा एमएसपी के तहत मक्का की फसल न खरीदने पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने भगवंत मान से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मक्का की फसल खरीदने से इनकार करके किसानों को निराश कर दिया है। राज्य में कृषि अर्थव्यवस्था पूरी तरह से तबाह होने के लिए वे जिम्मेदार हैं।
वहीं, सुखबीर बादल ने पंजाब सरकार से ‘भावांतर भरपाई’ योजना के तहत किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अपनी मक्का, मूंग और सूरजमुखी की फसल एमएसपी से कम दरों पर बेची हैं, उन्हे तुरंत मुआवजा दिया जाना चाहिए।
सुखबीर बादल ने सीएम भगवंत मान पर विविधीकरण के नाम पर किसानों को ठगने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहले किसानों को मूंग, मक्का और सूरजमुखी उगाने के लिए प्रोत्साहित किया और उनकी पूरी फसल को एमएसपी के अनुसार खरीदे जाने की गारंटी दी। अब इन फसलों की खरीद का समय आया तो किसानों को निजी खरीददारों के भरोसा छोड़ दिया गया, उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के इन फसलों की खरीद करने के वादे से मुकर जाने पर आप सरकार की बहुप्रचारित विविधीकरण योजना का भी बुरा हाल हो गया। सुखबीर बादल ने कहा, इस साल बेचे गए 51 लाख क्विंटल मक्का में से केवल 114 क्विंटल (0.002 फीसदी) फसल ही सरकारी एजेंसियों के द्वारा खरीदा गया है। उन्होंने कहा कि आप सरकार के हाथों किसानों को पूरी तरह से छोड़ देने के कारण मक्का की कीमतों में भारी गिरावट आई है, इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
उन्होंने मांग किया कि पंजाब सरकार सरकारी एजेंसियों को मक्का खरीद शुरू करने का निर्देश दे। सीएम भगवंत मान को किसानों को धोखा देने के लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने न केवल किसानों को धोखा दिया है, बल्कि करोड़ों के विज्ञापनों के माध्यम से लोकप्रियता हासिल करके राज्य के लोगों के साथ विश्वासघात किया है।
सरदार बादल ने कहा कि पिछले साल भी मंडियों में आए कुल 45 लाख क्विंटल मक्का में से 44.5 लाख क्विंटल मक्का निजी व्यापारियों ने एमएसपी से काफी कम दाम पर खरीदा था। इसी तरह इस साल मंडियों में आए 2.68 लाख क्विंटल मूंग में से 2.63 लाख क्विंटल निजी कंपनियों ने खरीदा।
सरदार बादल ने सरकार से सब्जियों के लिए एमएसपी लागू करने की मांग करते हुए कहा कि किसानों का शोषण किया जा रहा है और उन्हें कम दाम पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण सब्जी उगाने वाले किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इसलिए उन्हे बीमा कवर प्रदान करना चाहिए।