November 24, 2024
Himachal

सुखविंदर सिंह सुखू: हिमाचल में कार्प मछली का उत्पादन बढ़ा, किसानों की आय भी बढ़ी

मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू ने आज कहा कि हिमाचल प्रदेश में कार्प मछली का उत्पादन पिछले वर्ष के 6,767.11 मीट्रिक टन से बढ़कर इस वर्ष 7,367.03 मीट्रिक टन हो गया है।

सुक्खू ने यहां जारी एक बयान में कहा कि वर्तमान में करीब 2,600 मछुआरे कार्प मछली पालन से जुड़े हैं और उत्पादन में वृद्धि से उनकी आय में लगातार वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार मछुआरों को उच्च गुणवत्ता वाले मछली के बीज उपलब्ध करा रही है। राज्य में सात सरकारी कार्प मछली फार्म हैं।”

उन्होंने कहा, “मई 2024 में विभाग ने नेशनल फ्रेशवाटर फिश ब्रूड बैंक, भुवनेश्वर से उन्नत अमूर कार्प के बीज खरीदे थे। इन बीजों का उपयोग सोलन जिले के नालागढ़ और ऊना जिले के गगरेट में स्थित मछली बीज फार्मों में ब्रूड स्टॉक विकसित करने के लिए किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि ये बीज पारंपरिक प्रजातियों की तुलना में 20 प्रतिशत अधिक वृद्धि प्रदान करेंगे, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी।

सुखू ने बताया कि जून 2024 में विभाग ने सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फ्रेशवाटर एक्वाकल्चर, भुवनेश्वर के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। समझौते के तहत जयंती रोहू और अमृत कतला प्रजाति के उन्नत बीज उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि नालागढ़ स्थित मछली बीज फार्म में इन प्रजातियों के लिए ब्रूड स्टॉक विकसित किया जा रहा है और अगले दो वर्षों में किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध कराए जाने की उम्मीद है। इन प्रजातियों की वृद्धि दर पारंपरिक किस्मों की तुलना में 20 प्रतिशत से 25 प्रतिशत अधिक है और इनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक है।

उन्होंने कहा, “किसानों को बेहतर प्रशिक्षण देने के लिए मत्स्य विभाग ने ऊना जिले के गगरेट में 5 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया है। निकट भविष्य में नालागढ़ फार्म में कार्प मछली ब्रूड बैंक की स्थापना की जाएगी।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार तालाबों के निर्माण के लिए 80 प्रतिशत सब्सिडी दे रही है। उन्होंने कहा कि अब तक सामान्य वर्ग के किसानों के लिए 14 हेक्टेयर से अधिक के तालाबों के निर्माण के लिए 1.38 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं और अनुसूचित जाति/जनजाति वर्ग के किसानों के लिए छह हेक्टेयर से अधिक के तालाबों के निर्माण के लिए जल्द ही 59.52 लाख रुपये वितरित किए जाएंगे।

सुक्खू ने बताया कि यह योजना बिलासपुर, मंडी, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर, चंबा और ऊना में क्रियान्वित की जा रही है। इन तालाबों में पाली जाने वाली मुख्य मछली प्रजातियों में रोहू, कतला, मृगल, कॉमन कार्प और ग्रास कार्प शामिल हैं, जिनका बाजार मूल्य काफी अधिक है।

मुख्यमंत्री 26 अक्टूबर को डोडरा क्वार का दौरा करेंगे लोगों की शिकायतों को समझने और उनके निवारण के लिए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 26 अक्टूबर को शिमला जिले के रोहड़ू के डोडरा क्वार के दूरदराज के गांवों का दौरा करेंगे। सुखू ने कहा कि यह यात्रा हिमाचल प्रदेश के गांवों और दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों की समस्याओं को समझने की ‘व्यवस्था परिवर्तन’ पहल के तहत की जा रही है।

इसी प्रकार सभी मंत्रियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने क्षेत्रों की ग्रामीण बस्तियों का दौरा करें, मौके पर ही जन शिकायतों का समाधान करें, विकास योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में जानकारी साझा करें ताकि ग्रामीण उनका लाभ उठा सकें। इस पहल से राज्य सरकार को इन क्षेत्रों में तैनात अपने अधिकारियों के प्रदर्शन के बारे में फीडबैक प्राप्त करने में मदद मिलेगी क्वार मंदिर समिति के प्रधान शंकर चौहान ने कहा कि इस पहल से दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की शिकायतों को हल करने में मदद मिलेगी, जिन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

Leave feedback about this

  • Service