अमृतसर, 31 जनवरी
23 नवंबर को सुल्तानपुर लोधी में गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा में पुलिस और दो निहंग गुटों के बीच खूनी झड़प और ‘मर्यादा’ के उल्लंघन के मद्देनजर एसजीपीसी कल अपना अगला कदम तय करेगी।
एसजीपीसी ने मामले में आगे बढ़ने से पहले सदस्यों का दृष्टिकोण जानने के लिए कल अपने मुख्यालय में एक विशेष आम सभा बुलाई है।
यह विवाद निहंगों के दो गुटों के बीच गुरुद्वारा श्री अकाल बुंगा पर कब्जे को लेकर था। निहंग मान सिंह के नेतृत्व में एक समूह ने इस पर कब्ज़ा करने का प्रयास किया। स्थिति तब बिगड़ गई जब पुलिस ने गुरुद्वारा परिसर को खाली कराने के लिए हस्तक्षेप किया जिससे झड़प हो गई।
घटना की एसजीपीसी पैनल की जांच रिपोर्ट पर विचार करने के बाद अकाल तख्त ने सीएम भगवंत सिंह मान पर ‘धार्मिक कदाचार’ का आरोप लगाया था।
अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने स्थिति को ठीक से नहीं संभालने के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया था, क्योंकि वह गृह विभाग को जिम्मेदार मानते हैं। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि पुलिस कर्मियों ने चल रहे ‘अखंड पथ’ को बाधित करते हुए गोलियां चलाईं, आंसू गैस छोड़ी और अपने जूते उतारने की परवाह किए बिना गुरुद्वारा परिसर में प्रवेश किया।
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