राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बिजली दरों और शासन संबंधी मुद्दों पर सार्वजनिक बहस के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की चुनौती स्वीकार कर ली।
सुरजेवाला ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ और फेसबुक पर मुख्यमंत्री की टिप्पणी का जवाब देते हुए हरियाणा के लोगों को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों पर जवाब मांगा।
सुरजेवाला ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, “सीएम नायब सैनी जी, मुझे आपकी चुनौती स्वीकार है। मुझे बताएं कि आप हरियाणा की जनता पर बढ़े हुए बिजली बिलों, एचकेआरएन के तहत नियोजित युवाओं के साथ विश्वासघात और भर्ती परीक्षाओं में बार-बार पेपर लीक के रूप में लगाए गए 5,000 करोड़ रुपये के बोझ का हिसाब कब और कहां देंगे! जय हरियाणा!”
सुरजेवाला की यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री सैनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिसार दौरे की तैयारियों की समीक्षा करते हुए सुरजेवाला और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर बिजली दरों और बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता के मुद्दे पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया था। मुख्यमंत्री ने दोनों कांग्रेस नेताओं को तथ्यों के आधार पर सार्वजनिक बहस के लिए आगे आने की चुनौती भी दी।
सैनी ने अपने बयान में लंबे समय तक बिजली कटौती के लिए पिछली कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “कांग्रेस के कार्यकाल में पाकिस्तान में आए तूफ़ान से भी यहां बिजली कटौती होती थी। आज हम लोगों को 24 घंटे बिजली दे रहे हैं।”
सीएम की यह प्रतिक्रिया रविवार को कैथल में बिजली दरों में बढ़ोतरी को लेकर सुरजेवाला और उनके बेटे आदित्य सुरजेवाला द्वारा किए गए धरने के बाद आई है। इस विरोध प्रदर्शन में रणदीप ने सरकार पर हरियाणा के लोगों की जेब से सालाना करीब 5,000 करोड़ रुपये की “डकैती” करने का आरोप लगाया। उन्होंने बिजली दरों में बढ़ोतरी को घरों, किसानों, छोटे व्यवसायों और धार्मिक संस्थानों पर “वित्तीय हमला” बताया।
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