ऊना जिले के नारी गांव में स्थित पूज्य डेरा बाबा रुद्रानंद आश्रम के महंत स्वामी सुग्रीवानंद महाराज के पार्थिव शरीर का आज पूरे वैदिक रीति-रिवाजों और राजकीय सम्मान के साथ आश्रम के पास अंतिम संस्कार कर दिया गया। 98 वर्षीय आध्यात्मिक गुरु का रविवार को चंडीगढ़ के पीजीआई में निधन हो गया था।
जैसे ही आध्यात्मिक गुरु के निधन की खबर फैली, हजारों लोग संत को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए आश्रम में उमड़ पड़े। सोमवार सुबह तक आश्रम के आसपास का करीब एक वर्ग किलोमीटर का इलाका लोगों से खचाखच भर गया और लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
ऊना के डिप्टी कमिश्नर जतिन लाल ने लोगों को अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति देने के लिए सोमवार को जिले में स्थानीय अवकाश घोषित किया। अंतिम संस्कार डेरा के पास एक खुले स्थान पर किया गया और डेरा के उत्तराधिकारी आचार्य हेमानंद महाराज ने चिता को मुखाग्नि दी।
राज्य सरकार की ओर से उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया, जिसके बाद डीसी जतिन लाल और एसपी राकेश शर्मा ने भी पुष्पचक्र अर्पित किए। इस अवसर पर राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार, ऊना विधायक सतपाल सत्ती, चिंतपूर्णी विधायक सुदर्शन बबलू, कुटलैहड़ विधायक विवेक शर्मा और गगरेट विधायक राकेश कालिया भी मौजूद थे।
अपने शोक संदेश में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी सुग्रीवानंद का जीवन और उपदेश मानवता की भलाई, सादगी और सभी के प्रति सम्मान की भावना से प्रेरित थे।