तमिलनाडु की राजनीति में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (एएमएमके) के महासचिव टीटीवी दिनाकरन ने बुधवार को सत्तारूढ़ गठबंधन के प्रमुख दलों एआईएडीएमके और भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी( ईपीएस) को ‘नकाबपोश विश्वासघाती’ करार देते हुए कहा कि उनकी पार्टी आगामी 2026 विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा बनेगी ही नहीं।
तंजावुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिनाकरन ने कहा, “सभी जानते हैं कि स्वाभिमानी नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद मास्क क्यों पहना था।” उन्होंने 15 सितंबर को दिल्ली यात्रा के दौरान ईपीएस द्वारा मास्क पहनने का जिक्र करते हुए तंज कसा कि यह उनकी ‘छिपी साजिशों’ का प्रतीक है।
दिनाकरन ने ईपीएस पर 2024 लोकसभा चुनावों में भाजपा को धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ईपीएस ने गठबंधन तोड़ा और स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा को पर्याप्त सीटें नहीं दीं। उन्होंने कहा, “वे गृह मंत्री से बेझिझक मिल सकते हैं, लेकिन मास्क पहनने की क्या जरूरत? उन्हें बस विश्वासघात ही आता है।”
दिनाकरन ने जयललिता के निधन और शशिकला के कारावास के बाद 2017 की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि उनके और ओ. पन्नीरसेल्वम के समर्थक विधायकों ने ही ईपीएस को सत्ता से बचाया था। उन्होंने कहा, “हमारे 18 विधायकों ने कोवथुर में डेरा डालकर सरकार को स्थिर किया, न कि भाजपा ने। ईपीएस भाजपा के प्रति कृतज्ञता का दावा करते हैं, लेकिन यह झूठ का पुलिंदा है।”
दिनाकरन ने स्पष्ट शब्दों में ऐलान किया, “हम ईपीएस को कभी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने ओ. पन्नीरसेल्वम, मुझे और यहां तक कि भाजपा को भी धोखा दिया।”
उन्होंने 2026 चुनावों में ईपीएस की करारी हार की भविष्यवाणी करते हुए कहा, “चुनावों के बाद पलानीस्वामी सड़क के बीच खड़े रह जाएंगे। तमिलनाडु की जनता उन्हें ठुकरा देगी।” दिनाकरन ने एआईएडीएमके-भाजपा गठबंधन को ‘शैतान का शास्त्र पाठ’ करार दिया। उन्होंने भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष नैणार नागेंद्रन पर भी निशाना साधते हुए कहा, “वे बयान बदलते रहते हैं। मैंने कभी ईपीएस को स्वीकार करने की बात नहीं कही।”
दिनाकरन ने साफ किया कि एएमएमके एनडीए में तब लौटेगी जब मुख्यमंत्री उम्मीदवार बदला जाएगा।