टॉलीवुड सुपरस्टार जूनियर एनटीआर को लेकर टीडीपी (तेलुगु देशम पार्टी) के एक विधायक द्वारा कथित अपमानजनक टिप्पणी और उनकी फिल्म के बहिष्कार की अपील ने विवाद खड़ा कर दिया है। इसके बाद एनटीआर के प्रशंसकों ने कड़ी नाराजगी जताते हुए विधायक से सार्वजनिक माफी की मांग की।
अनंतपुर अर्बन से टीडीपी विधायक दग्गुपति वेंकटेश्वर प्रसाद पर आरोप है कि उन्होंने जूनियर एनटीआर के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया और उनकी आने वाली फिल्म वार 2 के बहिष्कार की अपील की। सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई, जिसमें कथित तौर पर विधायक की आवाज सुनी जा सकती है।
इस ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद रविवार को एनटीआर के प्रशंसकों ने अनंतपुर में विधायक के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने नारेबाजी की, पोस्टर और फ्लेक्सी फाड़ दिए और विधायक से सार्वजनिक माफी की मांग की। बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस ने विधायक के आवास और दफ्तर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी।
विधायक प्रसाद ने एक वीडियो संदेश जारी कर इन आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कहा कि ऑडियो क्लिप में सुनी गई आवाज उनकी नहीं है और यह उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों की साजिश है। उन्होंने यह भी कहा कि वे नारा और नंदामुरी परिवारों के प्रशंसक हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि यदि एनटीआर के प्रशंसकों की भावनाएं आहत हुई हैं, तो वे उनसे माफी मांगते हैं, लेकिन प्रशंसकों का कहना है कि विधायक को मीडिया के सामने आकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
इस विवाद पर वाईएसआर कांग्रेस की नेता और पूर्व मंत्री आर.के. रोजा ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राजनीति और फिल्मों को एक-दूसरे से नहीं मिलाना चाहिए। रोजा खुद भी एक अभिनेत्री हैं और उन्होंने कहा कि जूनियर एनटीआर राजनीति में सक्रिय नहीं हैं, इसलिए उनके खिलाफ इस तरह की बातें नहीं कही जानी चाहिए। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि “एनटीआर की फिल्म के बहिष्कार की अपील करना सूरज को हथेली से ढकने जैसा है। अगर फिल्म अच्छी है तो कोई उसे रोक नहीं सकता।”
रोजा ने उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण पर भी तंज कसा और कहा कि उनके लिए विधायकों ने टिकट खरीदे थे, लेकिन फिर भी उनकी फिल्म हरी हरा वीरा मल्लु को नहीं बचा सके।
बताया जा रहा है कि टीडीपी के एक वर्ग के समर्थक जूनियर एनटीआर से नाराज हैं। हाल ही में उनकी फिल्म वार 2 के प्री-रिलीज़ इवेंट में अभिनेता ने कहा था कि जब तक उनके दादा नंदामुरी तारक रामाराव (एनटीआर) का आशीर्वाद उनके साथ है, कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
गौरतलब है कि जूनियर एनटीआर, टीडीपी संस्थापक और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटीआर के पोते हैं। एनटीआर के दामाद एन. चंद्रबाबू नायडू ने 1995 में बगावत के बाद पार्टी और सत्ता की कमान अपने हाथ में ली थी। अब मुख्यमंत्री नायडू अपने बेटे नारा लोकेश को राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में तैयार कर रहे हैं। वहीं, एनटीआर के कुछ प्रशंसकों का मानना है कि अपने दादा की राजनीतिक विरासत को जूनियर एनटीआर को आगे बढ़ाना चाहिए।