विजयवाड़ा, 28 जनवरी । तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) संसदीय दल के नेता और उद्योगपति गल्ला जयदेव ने रविवार को घोषणा की कि वह राजनीति छोड़ रहे हैं और व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
गुंटूर से लोकसभा सदस्य ने घोषणा की कि वह आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे।
जयदेव, जो अमारा राजा बैटरीज के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं, ने कहा कि वह अंशकालिक राजनेता के रूप में नहीं रहना चाहते थे।
गुंटूर में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनका निर्णय अस्थायी है और वह बाद में नए जोश के साथ राजनीति में लौटेंगे।
अपने फैसले का कारण बताते हुए जयदेव ने कहा कि ऐसे समय में जब उन्हें राज्य और केंद्र सरकार द्वारा निशाना बनाया जा रहा है, वह एक सांसद के रूप में चुप नहीं बैठ सकते। उन्होंने कहा कि वह सांसद के रूप में अपना कर्तव्य निभाने में असमर्थ हैं और इसलिए उन्होंने राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है।
जयदेव ने यह भी कहा कि उनके पिता रामचंद्र नायडू गल्ला दो साल पहले बिजनेस से रिटायर हो गए थे और उन्हें बिजनेस पर ध्यान केंद्रित करने के लिए राजनीति छोड़ने का फैसला लेना पड़ा।
उन्होंने याद किया कि उन्होंने आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने के लिए संसद में आवाज उठाई। उन्होंने कहा कि जब टीडीपी ने केंद्र में सरकार छोड़ दी और अविश्वास प्रस्ताव लाया, तो वह ही थे जिन्होंने पार्टी की ओर से संसद में बात की थी।
सांसद ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें विभिन्न मामलों में पूछताछ के लिए दो बार बुलाया। उन्होंने कहा कि उनके कारोबार पर निगरानी रखी जा रही है जबकि ईडी और सीबीआई उनके फोन टैप कर रहे हैं।
जयदेव 2014 चुनाव से पहले अपनी मां और पूर्व मंत्री अरुणा कुमारी के साथ टीडीपी में शामिल हुए थे।
वह 2014 में गुंटूर से लोकसभा के लिए चुने गए और 2019 में सीट बरकरार रखी।
जयदेव, जिन्होंने अर्बाना-शैंपेन में इलिनोइस विश्वविद्यालय में राजनीति और अर्थशास्त्र का अध्ययन किया, लोकप्रिय टॉलीवुड अभिनेता महेश बाबू के बहनोई हैं।
सबसे धनी सांसदों में से एक जयदेव ने 683 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी।