गुरुग्राम पुलिस ने सात साल के बच्चे की हत्या के आरोप में 15 वर्षीय एक लड़के को गिरफ्तार किया है, जिसका शव रविवार को कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर कलवाड़ी गांव के पास मिला था।
पुलिस के अनुसार, किशोर ने कबूल किया है कि उसने बच्चे के पिता का मोबाइल फोन चुराने के आरोप में पकड़े जाने के बाद हुई बेइज्जती का बदला लेने के लिए बच्चे की हत्या की। वह बच्चे को घर से बहला-फुसलाकर ले गया और उस पर कैंची से 18 से ज़्यादा बार वार किए, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
मामला तब प्रकाश में आया जब स्थानीय निवासियों ने केएमपी एक्सप्रेसवे पर खून से लथपथ शव देखा और पुलिस को सूचना दी। लड़के के सीने और माथे पर कई चोटों के निशान थे और शव के पास एक कैंची मिली। बिलासपुर थाने में एफआईआर दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।
मृतक की पहचान आशीष के रूप में हुई है, जो मूल रूप से राजस्थान के अलवर जिले के पालकरी गाँव का रहने वाला था। उसका परिवार पिछले तीन महीनों से फतेहपुर गाँव में किराए के मकान में रह रहा था। उसके पिता कमल एक निजी कंपनी में काम करते हैं और परिवार में आशीष की माँ, एक बड़ा भाई और एक बहन हैं।
आरोपी को रविवार देर रात उसके गाँव से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि किशोर ने शुरुआत में आशीष की तलाश में मदद करने का नाटक किया, लेकिन आशीष के पिता द्वारा पूछताछ करने पर वह टूट गया और अपना अपराध कबूल कर लिया। गुरुग्राम पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया, “आरोपी ने खुलासा किया कि उसने आशीष के पिता का मोबाइल फोन चुराया था और आशीष ने अपने पिता को चोरी की जानकारी दी थी। इसके बाद, आशीष के पिता ने उससे फोन वापस ले लिया और उसे और उसके पिता दोनों को माफ़ी मांगनी पड़ी। उसने कहा कि वह अपमान का बदला लेना चाहता था।”
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