केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव के उस बयान पर पलटवार किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि 14 नवंबर को चुनाव परिणाम आएंगे और 18 नवंबर को वे शपथ लेंगे। उन्होंने कहा कि 2020 की तरह 2025 में भी तेजस्वी का सपना टूटेगा, बिहार को जंगलराज नहीं चाहिए।
तेजस्वी यादव ने 2 नवंबर को हुई कई चुनावी सभाओं में चुनाव जीतने का दावा किया। उनके इस बयान से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है।
पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान नित्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव का दावा है कि वे 18 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वे सपना देख रहे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने दो दिनों तक ऐसे ही सपने देखे थे। इस बार भी उनका सपना पूरा नहीं होगा। बिहार की जनता विकास चाहती है, जंगलराज नहीं।
नित्यानंद राय ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में जब मतदान संपन्न हुए और परिणाम आने तक तेजस्वी ने सपना देखा कि बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे। परिणाम जब आया तो उनका सपना टूट गया। 2020 में तेजस्वी ने दो दिनों के लिए सपना देखा था, जो पूरा नहीं हुआ। अब एक बार फिर तेजस्वी यादव 2025 में सपना देख रहे हैं कि वे मुख्यमंत्री बन जाएंगे। मैं उन्हें बता देना चाहता हूं कि उनका सपना कभी पूरा नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने मन बना लिया है कि वे एनडीए के समर्थन में वोट करेंगे। चुनाव के पहले चरण में भी बिहार की जनता इतनी तादाद में वोट करेगी कि राजद का सूपड़ा साफ हो जाएगा।
एक कहावत का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक आम के पेड़ से सभी आम तोड़े जाने पर 3 से 4 आम फिर भी रह जाते हैं, उसी प्रकार बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का हाल होने वाला है। बिहार की जनता ने ठान लिया है कि महागठबंधन का सूपड़ा साफ करना है। हार सुनिश्चित देख तेजस्वी यादव सपने देखने लगे हैं, जो कभी पूरे नहीं होंगे।


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