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13 साल बाद जारी होगा मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्र का टेंडर

Tender for maternal and child care center will be issued after 13 years

फरीदाबाद, 30 जून सिविल अस्पताल में मातृ एवं शिशु देखभाल केंद्र के प्रोजेक्ट का टेंडर पीडब्ल्यूडी द्वारा जल्द ही जारी किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की योजना करीब 13 साल पहले बनाई गई थी।

फरीदाबाद का सिविल अस्पताल। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि जुलाई के पहले सप्ताह में विभाग द्वारा परियोजना के लिए निविदा जारी किए जाने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि यह अपनी तरह की पहली सुविधा होगी, लेकिन यह परियोजना एक दशक से अधिक समय से लंबित है क्योंकि इसकी घोषणा पहली बार 2011 में की गई थी। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि सिविल कार्यों की लागत लगभग 85 करोड़ रुपये होने का अनुमान है, लेकिन विभाग बिजली और गैस आपूर्ति, एयर कंडीशनिंग और केंद्र के लिए एक पावर स्टेशन जैसे पूरक कार्यों के लिए अलग-अलग निविदाएं जारी करेगा। केंद्र का उद्देश्य माताओं और उनके शिशुओं को अत्याधुनिक चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवा सुविधाएं प्रदान करना है।

केंद्र में प्रसव कक्ष, एक ऑपरेशन थियेटर (ओटी) और एक नवजात आईसीयू के अलावा प्रसव से पहले और बाद में मरीजों के लिए बिस्तर भी उपलब्ध होंगे।

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी को आवंटित परियोजना में सिविल अस्पताल परिसर में पुराने सीएमओ कार्यालय भवन की जगह सात मंजिला इमारत का निर्माण करना है, जो खस्ताहाल स्थिति में है। कुछ तकनीकी बाधाओं, बजटीय प्रावधानों और संबंधित अधिकारियों की ओर से काम की धीमी गति के कारण यह काम अधर में लटका हुआ है। आवंटित किए जाने वाले कार्यों में नए भवन के निर्माण से पहले पुराने और जीर्ण-शीर्ण भवन को गिराना शामिल है। यहां सिविल अस्पताल की प्रधान चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) डॉ सविता यादव ने बताया कि केंद्र का उद्देश्य माताओं और उनके शिशुओं को अत्याधुनिक चिकित्सा और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है।

सिविल अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब 1400 मरीज आते हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। एक कर्मचारी ने बताया कि चूंकि कई मरीज गर्भवती महिलाएं होती हैं, इसलिए हर दिन 25 से 30 मामले बच्चों की डिलीवरी से जुड़े होते हैं। स्वास्थ्य विभाग को इस समय स्त्री रोग विशेषज्ञों और अन्य विशेषज्ञों की कमी का भी सामना करना पड़ रहा है। पांच से छह डॉक्टरों की जरूरत के मुकाबले सिविल अस्पताल में फिलहाल सिर्फ दो डॉक्टर ही नियमित ड्यूटी पर हैं। बताया जाता है कि जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ की कमी है, जहां डिलीवरी हट्स पर कोई नियमित डॉक्टर उपलब्ध नहीं है।

लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप सिंधु ने यहां बताया कि केंद्र के सिविल कार्यों की निविदा अगले सप्ताह जारी होने की संभावना है।

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